खर दूषण वाक्य
उच्चारण: [ kher dusen ]
उदाहरण वाक्य
- ऋ क्कभ्रमर गीत सार ; पृ. 14 त्र् दूसरा कारण यह कि पौराणिक अवतारवाद के प्रतिपादन में सूर की वृनि लीन नहीं हुई है क्योंकि ह्यजिस ओज और उत्साह से तुलसीदास जी ने मारीच, ताड़का, खर दूषण आदि के निपात का वर्णन किया है उस ओज और उत्साह से सूरदास जी ने बकासुर, अघासुर, कंस आदि के वध और इंद्र के गर्व मोचन का वर्णन नहीं किया है।
- रामायण के (संबंधित लेख) खर दूषण लेख मैं (मेघप्रभ के पुत्र-खर दूषण) लिखा है, रावण लेख मैं (रावण पुलस्त्य मुनि का पोता अर्थात उनके पुत्र विश्वश्रवा का पुत्र)था लिखा है, शूर्पणखा लेख मैं (रावण ने उसे आश्वस्त करते हुए अपने भाई खर)के पास रहने के लिए भेज दिया लिखा है, तो मेरा प्रश्न है रावण के पिता मेघप्रभ या विश्वश्रवा कौन थे? अवधेश शर्मा (पुत्र श्री अमर नाथ शर्मा एवं श्रीमती कविता शर्मा)