चार आर्य सत्य वाक्य
उच्चारण: [ chaar aarey sety ]
उदाहरण वाक्य
- यही चार आर्य सत्य हैं: अर्थात 1. दुःख है. 2. दुःख का कारण है. 3. दुःख का निरोध है. 4. दुःख निरोध पाने का मार्ग है.
- महात्मा बुद्ध और महावीर जैन ने तत्कालीन धर्म की बुराइयों को दूर करने पर जोर दिया एवं अष्टांगिक मार्ग, चार आर्य सत्य व पंचमहाव्रत के माध्यम से ऐसे आचरण के सिद्धान्तों को सामने रखा जो हर धर्म हेतु मान्य हैं।
- १४ अगस्त १९९९ हमारे गुरु भन्ते जी भी अपने आश्रम का नाम इसलिए समर्पित किए है की “इस महामेव्नाव आश्रम से बुद्ध की ज्ञान फैलजाए एवं इस गौतम बुद्ध सासन में से ही सभी लोग उत्तम चार आर्य सत्य को प्राप्त करें. ”
- १ ४ अगस्त १ ९९९ हमारे गुरु भन्ते जी भी अपने आश्रम का नाम इसलिए समर्पित किए है की “ इस महामेव्नाव आश्रम से बुद्ध की ज्ञान फैलजाए एवं इस गौतम बुद्ध सासन में से ही सभी लोग उत्तम चार आर्य सत्य को प्राप्त करें. ”
- पुरस्तक समीक्षा बुद्ध के चार आर्य सत्य और दुखों का निवारण दिलीप तेतरवे रांची: डा. ऊमाचरण झा की पुस्तक, “ द फोर नोबल ट्रूत्स एंड द धर्मपदा ”, श्रीलंका में बौद्ध धर्म के प्रचार और वहां इस धर्म के आधार पर पनपी संस्कृति का आईना है.
- प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षुओं को चिवर का महत्व एवं उसे धारण करने की विधि, चार आर्य सत्य, कार्यकर्ता की आचार संहिता, दस पारमिताएं, बौद्ध धम्म में मूर्ति पूजा का स्थान एवं पूजा साहित्य का महत्व सहित महादुख स्कंध सुत, अनित्य, अनात्म एवं दुख आदि के बारे में बताया गया.
- बौद्धों को कोशिश करनी चाहिए कि जहां-जहां भी बौद्ध विहार हैं, उनके सामने बड़ी-बड़ी होर्डिंग्स लगाई जाए जिसमें बुद्ध की शिक्षाओं को जैसे कि चार आर्य सत्य, आर्य आष्टांगिक मार्ग, पंचशील, बुद्ध से संबंधित धर्म स्थल, बौद्ध के त्योहार इत्यादि को मोटे-मोटे अक्षरों में लिखा जाए जिससे कि आम जनता और कम पढ़े-लिखे लोग भी इसको समझ सकें.