जैता वाक्य
उच्चारण: [ jaitaa ]
उदाहरण वाक्य
- इसके बाद गिर्दा का प्रसिद्ध गीत जैता एक दिन तो आलो … गाया गया. हिमालय के इनसाइक् लोपीडिया और पहाड़ को पैदल चल कर समझने वाले शेखर पाठक ने गिर्दा का जीवन वृत्तांत बताया.
- से प्रेरित होकर अपनी मशहूर कविता ' ओ जैता एक दिन त आलो, उ दिन य दुनी में ' तथा फैज की ही एक अन्य गजल ' हम मेहनतकश जब दुनिया से अपना हिस्सा मागेंगे..
- आंदोलन की तेजी और सफलता पर उनके गीतों में बधाईयाँ होती थी और तीव्र करने की प्रेरणा भी और उम्मीद का एक स्वर भी जिसने “ जैता एक दिन तो आलो ” जैसी रचना का सृजन किया.
- भाजपा से भागीरथ मेहरिया, कांग्रेस से राजेंद्र फिड़ौदा, बसपा से दूर्ग सिंह चौहान, निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में हनुमान बेनीवाल, निर्दलीय जैता राम, दिनेश, सुभाष, आईपीजीपी से सुरेश व जागो पार्टी से महेंद्र सिंह चुनाव मैदान में हैं।
- हे देखो … फस्ट आएगा मेरा बेटा। “ कोई चुटकी लेता... ” सबेरवाँ पंक्चर साइकिल लेहले कहाँ भागत रहला ह s? आपातकाल न होत त s खा पी के दुपहरे जैता न! ” वे कहते, “ इससे क्या?...
- इस दौरान भाई जैता जी सिविल अस्पताल के डॉक्टर व नोडल अफसर कंचन शर्मा की अगुवाई में पांच टीमों ने आनंदपुर साहिब के मोहल्ला नई आबादी, लोदीपुर, चरनगंगा दरिया, वीआईपी सड़क, मोहल्ला फतेहगढ़ साहिब आदि स्थानों पर झुग्गी झोंपड़ी में रहते ब"ाों को पोलियो बूंदें पिलाई।
- इस दौरान भाई जैता जी सिविल अस्पताल के डॉक्टर व नोडल अफसर कंचन शर्मा की अगुवाई में पांच टीमों ने आनंदपुर साहिब के मोहल्ला नई आबादी, लोदीपुर, चरनगंगा दरिया, वीआईपी सड़क, मोहल्ला फतेहगढ़ साहिब आदि स्थानों पर झुग्गी झोंपड़ी में रहते ब\"ाों को पोलियो बूंदें पिलाई।
- एक और बात यह कि जब तक विचारों को प्रमुखता नहीं दी जाती और भावना का जन्म विचारों से नहीं होता तब तक व्यक्ति कोई कार्य करने के लिए आगो नहीं आ सकता, और यदि आता है तो जोश में कुछ उछल-कूद करके बैठ जैता है।
- उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं जिसमें अमर शहीद भाई जैता जी के पांच एकड़ रकबे में लामिसाल कुर्बानी को समर्पित आनंदपुर साहिब में यादगार और राम तीर्थ में 125 करोड़ की लागत से भगवान वाल्मीकि जी का मंदिर का निर्माण करवाना आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत है।
- महाराणा सा सपूत पाकर धन्य हुई यह वसुंधरा | जयमल पत्ता जैता कुम्पा झाला की यह परम्परा || जिन्दा है तो देख जरा जालौर और गढ़ उंटाला | तारागढ़ और रणतभंवर में लगा शहीदों का मेला || आओ फिर से करें प्रतिष्ठा उस पावन प्रस्थान की | अलबेलों ने लिखी खड्ग से गाथाएँ बलिदान की ||