झारी वाक्य
उच्चारण: [ jhaari ]
उदाहरण वाक्य
- कंदमूल फल वाकई स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है | पता नहीं गांजा का इतना व्यापार, अपने गाँव में ऐसे ही बारी झारी में उगा रहता था | कुछ चाचा लोग तो सेवन भी करते थे इसका |
- इसपर उसने मस्ती के साथ अनार सी चूची को मेरे मुंह के पास क्या तऊ मैं उसकी चूची को प्यार से चूसते हुवे अपने लूसे लंड को झारी कासी चूत मैं पेलने के लिए तिघ्त करने लगा.
- गौरतलब है कि राजधानी शिमला से करीब 250 किलोमीटर दूर कुल्लू से अनी कस्बा की ओर जा रही 70 से भी ज्यादा यात्रियों से भरी बस फिसलकर झारी गांव के पास स्थित ब्यास नदी में गिर गई थी।
- (३) हिमाचल किछुओ ने केलैन्ह बिचारी ।...2 नारद बभनमा सs केलैन्ह बिचारी बर बूढा लयला भिखारी ।...२ हिमाचल.................२ ओहि बुढ़वा के बारी नय झारी पर्वत के ऊपर घरारी..........2 हिमाचल किछुओ ने केलैन्ह बिचारी।.......2 भनहि विद्यापति सुनु हे मनाइन
- सेतू के किनारे खिले थेकुछ आसमानी फूल, पानी में बिम्बित थासुनहरी आकाश अपार,मैंने आकाश की असीमताउठा के दी थी तुम्हे,तुम्हारी असीमता में मुझे मिलेकुछ फूल उपहार में,आँगन में मेघदूत मिलेकाले और बौराए से,औरसंदेसों की झारी मेंगुलाब की कुछ पाँखुरी पड़ीकाली स्याह
- कहते हैं, भगवान के वामनावतार में तीन पग भूमि प्राप्त करने के समय, यह राजा बलि की झारी के मुख में जाकर बैठ गए और बलि द्वारा दर्भाग्र से झारी साफ करने की क्रिया में इनकी एक आँख फूट गई।
- कहते हैं, भगवान के वामनावतार में तीन पग भूमि प्राप्त करने के समय, यह राजा बलि की झारी के मुख में जाकर बैठ गए और बलि द्वारा दर्भाग्र से झारी साफ करने की क्रिया में इनकी एक आँख फूट गई।
- कहते हैं, भगवान के वामनावतार में तीन पग भूमि प्राप्त करने के समय, यह राजा बलि की झारी के मुख में जाकर बैठ गए और बलि द्वारा दर्भाग्र से झारी साफ करने की क्रिया में इनकी एक आँख फूट गई।
- कहते हैं, भगवान के वामनावतार में तीन पग भूमि प्राप्त करने के समय, यह राजा बलि की झारी के मुख में जाकर बैठ गए और बलि द्वारा दर्भाग्र से झारी साफ करने की क्रिया में इनकी एक आँख फूट गई।
- सेतू के किनारे खिले थेकुछ आसमानी फूल, पानी में बिम्बित थासुनहरी आकाश अपार,मैंने आकाश की असीमताउठा के दी थी तुम्हे,तुम्हारी असीमता में मुझे मिलेकुछ फूल उपहार में,आँगन में मेघदूत मिलेकाले और बौराए से,औरसंदेसों की झारी मेंगुलाब की कुछ पाँखुरी पड़ीकाली स्याह...