टोपी शुक्ला वाक्य
उच्चारण: [ topi shukelaa ]
उदाहरण वाक्य
- इस प्रकार रजा साहब का जो ' द ग्रेट‘ टोपी शुक्ला है, वह 'अंक‘ में यदि सामान्य भी बन सका, तो उसी के कारण..... उस महान कथाकार को सलाम।
- उनकी नाट्य पुस्तकें हैं पूर्वार्ध, गांधारी, पुरुष पुराण, टोपी शुक्ला (नाट्य रुपांतर), खुला आकाश, जनमेजय का नाग यज्ञ आदि. हैं..
- टोपी शुक्ला की विषयवस्तु अवश्य आजादी के समय की है, लेकिन इसमें उठाए गए साम्प्रदायिकता के सवाल आज भी सम-सामयिक हैं और लोगों को उद्वेलित कर रहे हैं।
- राही के उपन्यासों में आधा गाँव टोपी शुक्ला, हिम्मत जौनपुरी, ओस की बूँद,सीन ७५, दिल एक सादा कागज,कटरा बी आरजू, असन्तोष के दिन और नीम का पेड़ में से सबसे
- जहाँ उन्होंने आधा गाँव, टोपी शुक्ला, हिम्मत जौनपुरी, असंतोष के दिन, कटरा बी आर्जू, नीम का पेड़ और सीन-७ ५ उपन्यास हिन्दी में लिखे।
- उपन्यास: आधा गाँव, टोपी शुक्ला,हिम्मत जौनपुरी,ओस की बूंद,दिल एक सादा कागज़,कटरा बी आरजू,असंतोष के दिन,मुहबत के सिवा,सीन ७५ जीवनी साहित्य:
- इसी तरह राही मासूम रजा के अत्यंत विवादास्पद उपन्यास टोपी शुक्ला के नायक के जीवन की त्रासद और विडंबनापूर्ण स्थिति की समीक्षा करते हुए वे साम्प्रदायिक सवालों से टकराते हैं।
- डॉ. राही मासूम रज़ा के सभी उपन्यासों (टोपी शुक्ला को छोड़कर) में यह भरपूर देखने को मिलता है और इसपर उनको साहित्यिक पुरस्कार भी मिले हैं.
- राही मासूम रज़ा को पढ़ना अपने आप में एक तज़ुर्बा तो है, ख़ास तौर से तब जबकि उनके बयान-ए-अफ़साना का अँदाज़ टोपी शुक्ला, हिम्मत जौनपुरी, आधा गाँव से बिल्कुल अलहदा हो ।
- कमाल है, कमाल है, मैं तो राही साहब का पुराना कायल रहा हूं, आधा गाँव तो गजब है, टोपी शुक्ला और नीम का पेड़ का जवाब नहीं है लेकिन उनकी शायरी के बारे में कोई इल्म नहीं था.