तत्वमसि वाक्य
उच्चारण: [ tetvemsi ]
उदाहरण वाक्य
- त का अर्थ है-तत्वमसि यानी है ईश्वर तू ही मैं हूं अर्थात तू और मैं एक ही हैं।
- त का अर्थ है-तत्वमसि यानी है ईश्वर तू ही मैं हूं अर्थात तू और मैं एक ही हैं।
- तदंतर स्वयं भगवान् श्रीराम भी तत्वमसि वेदांत के अनुसार अपना अध्यात्म स्वरूप प्रिय भक्त हनुमान को ऎसा ही बताते हैं।
- सोहम एवं तत्वमसि के द्वारा अर्थात मैं और तुम के भेद को दूर करने का प्रयास किया गया है.
- जीवन की रागात्मकता का उत्सव रचने वाली, उसे आध्यात्म प्रत्ययों की रोशनी में देखने वाली जया को तत्वमसि उपन्यास से लोकप्रियता मिली।
- आरुणि के सिद्धांत का शंखनाद है तत्वमसि वाक्य जिसे इन्होंने अपने पुत्र श्वेतकेतु को अनेक मनोरंजक दृष्टांत के द्वारा समझाया तथा प्रमाणित किया।
- जब घमण्ड टूटा तो पिता ने अपने ज्ञानी पुत्र को ब्रह्म उपदेश दिया जिसकी शिखर अभिव्यक्ति थी-तत्वमसि, तुम स्वयं वही परब्रह्म हो।
- आचार्य श्री गोविन्द से इन्होंने उपनिषदों के चारों महाकाव्यों तत्वमसि, प्रज्ञानं ब्रह्म, अहं ब्रह्मास्मि और अयमात्मा ब्रह्म का गूढ़ ब्रह्मतत्त्व ज्ञान प्राप्त किया ।
- यह भी सच है कि सेवा से ही हमारे उपनिषदों में वर्णित ब्रह्म वाक्यों ‘ तत्वमसि ' और ‘ आत्मवत सर्वभूतेषु ' को साकार किया जा सकता है।
- जबकि उवैसी सिलसिला में सूत्र वाक्य ही यही है-तत्वमसि अर्थात तुझ में ही परमात्मा है यानी हिन्दू मुसलमान और ब्राह्मïण शूद्र आदि सभी में भगवान के दर्शन करो।