तमस् वाक्य
उच्चारण: [ tems ]
उदाहरण वाक्य
- वैश्यों में रजस् और तमस् दोनों गुणोंका समन्वित रुप था तथा शुद्धों में पूर्णरुपेण तमस् गुण था.
- वैश्यों में रजस् और तमस् दोनों गुणोंका समन्वित रुप था तथा शुद्धों में पूर्णरुपेण तमस् गुण था.
- सत्व और तमस् गौण रूप से रहते हैं यही वस्तु जब प्रकाश वाली हो जाती है तब
- तथा अनात्मा अर्थात् मूल प्रकृति में ये ही तीन पदार्थ सत्वज्ञानात्मक, रजस् क्रियात्मक, और तमस् इच्छात्मक कहलाते हैं।
- सत्व, रजस् और तमस् नाम के तीनों घटक प्रकृति और उस के प्रत्येक अंश में विद्यमान रहते हैं।
- तथा अनात्मा अर्थात् मूल प्रकृति में ये ही तीन पदार्थ सत्वज्ञानात्मक, रजस् क्रियात्मक, और तमस् इच्छात्मक कहलाते हैं।
- कि तमस् का इतना वर्चस् व बरसों की लगी काई को छुड़ाकर इसे फिर से निर्मल बना दे।
- 2. मूल प्रकृति के तीन आंतरिक अवयव सत्व, रजस् और तमस् होते हैं जिन्हें गुण कहा गया है।
- सत्व, रजस एवं तमस् के विभिन्न परिवर्तन तथा मिश्रण मानव प्रकृति तथा व्यक्तित्व का गठन करते है।
- ‘ वेद तीनों गुणों अर्थात सत्व, रज तथा तमस् की अर्थात एंद्रिय भोग की बात करते हैं।