तोरमाण वाक्य
उच्चारण: [ toremaan ]
उदाहरण वाक्य
- हूणों ने सन् 512 में तोरमाण के नेतृत्व में फिर हमला किया और ग्वालियर तथा मालवा तक के एक बड़े क्षेत्र पर अधिपत्य कायम कर लिया।
- हूणों ने सन् 512 में तोरमाण के नेतृत्व में फिर हमला किया और ग्वालियर तथा मालवा तक के एक बड़े क्षेत्र पर अधिपत्य कायम कर लिया।
- हूणों ने सन् 512 में तोरमाण के नेतृत्व में फिर हमला किया और ग्वालियर तथा मालवा तक के एक बड़े क्षेत्र पर अधिपत्य कायम कर लिया।
- तक, जब उसने मिहिरकुल को गंगा के कछार में भटका कर क़ैद कर लिया था, उसे तोरमाण के बेटे मिहिरकुल को अपना अधिपति मानना पड़ा था।
- तक, जब उसने मिहिरकुल को गंगा के कछार में भटका कर क़ैद कर लिया था, उसे तोरमाण के बेटे मिहिरकुल को अपना अधिपति मानना पड़ा था।
- चीनी यात्री हुएन-सांग ने लिखा है कि राजा बालादित्य ने तोरमाण के पुत्र मिहिरकुल को कैद कर लिया, पर बाद में वह छोड़ दिया गया ।
- पर तोरमाण का अधिकार बहुत थोड़े दिनों तक रहा, क्योंकि सन् 510-11 ई में अरिकिण (एरन) के गोपराज को हम गुप्तसम्राट की ओर से युद्ध में प्रवृत्ता पाते हैं।
- समकालीन राजनीतिक परिस्थितियों को दृष्टि में रखते हुए इतिहासकारों ने यह निष्कर्ष निकाला है कि भानु गुप्त और गोपराज ने यह युद्ध हूण नरेश तोरमाण के विरूद्ध ही किया होगा।
- इस शिलालेख से ओलिकर वंश के राजा प्रकाशधर्मन द्वारा तोरमाण हूण को परास्त करना, उसके द्वारा एक शिव मन्दिर, धर्मशाला व तालाब निर्माण आदि कार्यों पर प्रकाश पड़ता हैं ।
- उद्योतनसूरिकृत कुवलयमाला (ई. सं. ७७ ८) के अनुसार गुप्तवंशी आचार्य हरिगुप्त यवन राज तोरमाण (हूणवंशीय) के गुरू थे और चन्द्रभागा नदी के समीप स्थित राजधानी पवैया (पंजाब) में ही रहते थे।