दण्डनीति वाक्य
उच्चारण: [ dendeniti ]
उदाहरण वाक्य
- जब राजा दण्डनीति के दो चौथाई अथवा एक बटे दो (2/4या ½) भाग का क्रियान्वयन करता है तब उसे द्वापर युग के नाम से सम्मानित किया जाता है।
- तब देवताओं के कष्ट निवारण हेतु ब्रह्माजी ने एक लाख अध्याय वाले ' नीतिसार' की रचना की और कहा कि यह दण्डनीति सम्पूर्ण जगत की रक्षा करने में समर्थ होगी।
- जिसे तर्कशास्त्र, दण्डनीति तथा वार्ता का ज्ञान हो, अर्थात् जो राजनीति का पूरा जानकार हो, ऐसे व्यक्ति को पहले छिपे तौर पर अनेक प्रकार से लालच देकर परीक्षा लेनी चाहिए।
- जब राजा दण्डनीति के दो चौथाई अथवा एक बटे दो (2 / 4 या ½) भाग का क्रियान्वयन करता है तब उसे द्वापर युग के नाम से सम्मानित किया जाता है।
- [9] चूँकि वेद, वार्ता तथा दण्डनीति से भिन्न चतुर्थी विद्या के रूप में इसकी प्रतिष्ठा है, अत: इसके असाधारण प्रतिपाद्य उक्त संशय आदि चौदह पदार्थ विद्या के अपने असाधारण प्रतिपाद्य होते हैं।
- शुक्राचार्य ने दण्डनीति को इतनी महत्त्वपूर्ण विद्या बतलाया है कि इसमें अन्य सब विद्याओं का अन्तर्भाव मान लिया है-क्योंकि ‘शस्त्रेण रक्षिते देशे शास्त्रचिन्ता प्रवर्तते ' की उक्ति के अनुसार शस्त्र (दण्ड) द्वारा सुशासित तथा सुरक्षित देश में ही वेद आदि अन्य शास्त्रों की चिन्ता या अनुशीलन हो सकता है।
- शुक्राचार्य ने दण्डनीति को इतनी महत्त्वपूर्ण विद्या बतलाया है कि इसमें अन्य सब विद्याओं का अन्तर्भाव मान लिया है-क्योंकि ‘शस्त्रेण रक्षिते देशे शास्त्रचिन्ता प्रवर्तते ' की उक्ति के अनुसार शस्त्र (दण्ड) द्वारा सुशासित तथा सुरक्षित देश में ही वेद आदि अन्य शास्त्रों की चिन्ता या अनुशीलन हो सकता है।
- शुक्राचार्य ने दण्डनीति को इतनी महत्त्वपूर्ण विद्या बतलाया है कि इसमें अन्य सब विद्याओं का अन्तर्भाव मान लिया है-क्योंकि ‘ शस्त्रेण रक्षिते देशे शास्त्रचिन्ता प्रवर्तते ' की उक्ति के अनुसार शस्त्र (दण्ड) द्वारा सुशासित तथा सुरक्षित देश में ही वेद आदि अन्य शास्त्रों की चिन्ता या अनुशीलन हो सकता है।
- अब प्रश्न उठता है कि वर्तमान में कलियुग ने जब मात्र 1. 18 प्रतिशत ही अपना प्रभाव दिखाया है और जब हम इसी से तंग आकर आत्महत्या करने लगे हैं तो तब क्या करेंगे जब कलियुग अपने अन्तिम चरण में रहेगा? एतएव काल गणना के अनुसार 25 प्रतिशत दण्डनीति के पालन को पूर्ण न्याय मानते हुए वर्तमान संदर्भ में एक सामान्य व्यक्ति के लिए यदि राजा अथवा प्रशासक इस कलियुग में दण्डनीति का कुल मिलाकर 23.82 प्रतिशत परिपालन करता है और 76.18 प्रतिशत उल्लंघन तो वह पूर्णतः न्याय करता है।
- अब प्रश्न उठता है कि वर्तमान में कलियुग ने जब मात्र 1. 18 प्रतिशत ही अपना प्रभाव दिखाया है और जब हम इसी से तंग आकर आत्महत्या करने लगे हैं तो तब क्या करेंगे जब कलियुग अपने अन्तिम चरण में रहेगा? एतएव काल गणना के अनुसार 25 प्रतिशत दण्डनीति के पालन को पूर्ण न्याय मानते हुए वर्तमान संदर्भ में एक सामान्य व्यक्ति के लिए यदि राजा अथवा प्रशासक इस कलियुग में दण्डनीति का कुल मिलाकर 23.82 प्रतिशत परिपालन करता है और 76.18 प्रतिशत उल्लंघन तो वह पूर्णतः न्याय करता है।