दिल से दिल तक वाक्य
उच्चारण: [ dil s dil tek ]
उदाहरण वाक्य
- ग़ज़ल का उनका यह सुहाना सफर, आगे भी सतत जारी रहे, उनकी नौ-ब-नौ की जुस्तजू सफलीभूत हो तथा उनका यह सद्य प्रकाशित ग़ज़ल संग्रह दिल से दिल तक भी चराग़े-दिल की तरह पाठकों में चर्चा का विषय बने और लोकप्रिय अर्जित करे, यही हमारी हार्दिक कामना है-
- जी हाँ, ये शे ' र उस शाइरा का लिखा हुआ है जिन्हों ने अपनी ग़ज़लों में भाव, उद्गारों और अहसास के उमड़ते हुए सैलाब को अपने ग़ज़ल संग्रहों चराग़े-दिल आस की शमअ ' (सिंधी में), दिल से दिल तक और ‘ सिंध जी माँ जाई आह्याँ ' में समेट लिया है।
- कागज़ पर मंदिर रंग घुले है हवा में मैंने रंगों रंगीनियों को कागज़ पर खिलते देखा आवाज़ दिखती है फिजा में मैंने मखमली आवाज़ को कागज़ पर चलते देखा महक दिल से दिल तक समाती है मैंने रूह की खुशबू को कागज़ पर महकते देखा ख्वाबों से उतर के परीयाँ आती हैं मैंने फरिश्तों को कागज़ पर उतरते [...] दोस्ती
- चाहत चाहते हैं तुम्हे इस तरह से बातों में बयान करे किस तरह से! दिल कि धडकनों में बसे हो सिर्फ तुम दिल से दिल तक कि दूरी मिटाए हम किस तरह से!!-रमेशा एस एन-गुज़ारिश गुज़ारिश है खुदा से कि आपकी ज़िन्दगी में ख़ुशी कम न हो! पलकों को अगर छूले आंसू तो उसकी वजह कभी हम न हो!!
- देवी नागरानी जी का प्रथम हिंदी ग़ज़ल-संग्रह चराग़े-दिल पिछले वर्ष ही प्रकाशित हुआ था जिसका समारोहपूर्ण लोकार्पण बांद्रा स्थित हिंदू एसोसिएशन हॉल में २२ अप्रैल, २ ०० ७ को सम्पन्न हुआ था और अब आश्चर्यजनक रूप से, वर्ष २ ०० ८ में ही उनका यह दूसरा हिंदी ग़ज़ल संग्रह दिल से दिल तक प्रकाशित होकर लोकार्पित होने को है, इसके साथ ही सिंधी भाषा में उनका दूसरा ग़ज़ल-संग्रह भी लोकार्पण के लिए तैयार है।
- दिल से दिल तक मेरे अहसासों को जब जुबाँ मिलती है तो वो गीत ग़ज़ल बन जाते है और शब्द के सुरताल पर थिरकने लगते है! आर.पी. शर्मा ‘महरिष' गज़ल-10 यूं पबन, रुत को रंगीं बनाये ऊदी-ऊदी घटा लेके आये भीगा-भीगा-सा ये आज मौसम गीत-ग़ज़लों की बरसात लाये ख़ूब से क्यों न फिर ख़ूबतर हो जब ग़ज़ल चांदनी में नहाये दिल में मिलने की बेताबियां हों फ़ासला ये करिश्मा दिखाये साज़े-दिल बजके कहता है‘महरिष' ज़िंदगी रक़्स में डूब जाये —– ग़ज़ल-11 नाम दुनिया में [...] ग़ज़ल-महर्षि जी की गज़ल-10