द्वितीय भाव वाक्य
उच्चारण: [ devitiy bhaav ]
उदाहरण वाक्य
- 2. द्वितीय भाव में शनि रजत पाया विचार (
- राहु अष्टम में और सूर्य द्वितीय भाव में है।
- मंगल एवं गुरु द्वितीय भाव में हैं।
- द्वितीय भाव में होता वाणी में चतुरता होती है।
- द्वितीय भाव में होता वाणी में चतुरता होती है।
- द्वितीय भाव में स्थित शनि के उपाय
- 7) सप्तम वर्ष में द्वितीय भाव (
- इसी प्रकार कुण्डली के द्वितीय भाव में चन्द्रमा (
- ये द्वितीय भाव स्थित केतु की ही कृपा है।
- द्वितीय भाव का कारक ग्रह गुरु है.