नन्द वंश वाक्य
उच्चारण: [ nend vensh ]
उदाहरण वाक्य
- अगर ठाकरे नन्द वंश के संस्थापक निरंकुश शासक निरंकुश शासक महापद्मानंद के अत्याचारी शासन में भागे होंगें तब तो कहा जा सकता है कि वो अत्याचार के कारण भागे.
- प्रत्येक व्यक्ति जानता है कि चाणक्य ने शिखा को हाथ में लेकर अर्थात् दुर्गा को साक्षी बना कर नन्द वंश के नाश की प्रतिज्ञा की थी और वह अंत: पूरी हुई थी।
- इसका उल्लेख स्वतंत्र अभिलेखों में भी प्राप्त होता है, जो नन्द वंश के द्वारा गोदावरी घाटी-आंध्र प्रदेश, कलिंग-उड़ीसा तथा कर्नाटक के कुछ भाग पर कब्ज़ा करने की ओर संकेत करते हैं।
- सुप्रीम कोर्ट के युवा अधिवक्ता संदीप दुबे ने चाणक्य नीति एवं नन्द वंश के समूल खात्मे के प्रसंग की चर्चा करते हुए कहा कि हमें चन्द्रगुप्त तैयार करना पड़ेगा, छोर पकड़ना पड़ेगा.
- वह शक्तिशाली नन्द वंश को सत्ताविहीन करने और चन्द्रगुप्त मौर्य को, जो सम्राट अशोक के पितामह थे भारत का प्रथम ऐतिहासिक सम्राट बनाने की अतुलनीय उपलब्धि के लिए सर्वाधिक जाने जाते हैं...
- उन्होंने नन्द वंश को समूल नष्ट कर उसके स्थान पर अपने सुयोग्य एवं मेधावी वीर शिष्य चन्द्रगुप्त मौर्य को शासक पद पर सिंहासनारूढ़ करके अपनी जिस विलक्षण प्रतिभा का परिचय दिया उससे समस्त विश्व परिचित है।
- उन्होंने नन्द वंश को समूल नष्ट कर उसके स्थान पर अपने सुयोग्य एवं मेधावी वीर शिष्य चन्द्रगुप्त मौर्य को शासक पद पर सिंहासनारूढ़ करके अपनी जिस विलक्षण प्रतिभा का परिचय दिया उससे समस्त विश्व परिचित है।
- तब गुरु चाणक्य भारत के राजाओ को उनकी जिम्मेदारी का एहसास दिलाने और भारत पर मंडरा रहे संकट के बारे मे बताने के लिये और अखण्ड भारत के निर्माण के लिये नन्द वंश के राजा घनानन्द के पास गये.
- उपन्यास की कथा दो स्तरों पर चलती है-एक २ ३ ०० साल पहले जब चाणक्य नामक एक ब्राह्मण अपने पिता की हत्या का बदला लेने की सौगंध लेता है और नन्द वंश का अंत का कारक बनता है.
- बुद्ध ने संघ मे सबको समान स्थान दिया, बुद्ध की ही क्रांति का नतीजा था की उनके मृत्यु के 100 साल के अंदर ही मूल भारतवासी बहुजन राजा बनने लगे थे, नन्द वंश पहले बहुजन राजाओं का वंश था।