नेमिचंद्र जैन वाक्य
उच्चारण: [ nemichender jain ]
उदाहरण वाक्य
- निराला की मशाल नागार्जुन, केदारनाथ अग्रवाल, शील, शमशेर बहादुर सिंह, मुक्तिबोध, शिवमंगलसिंह, ‘ सुमन ', रांगेय राघव, डा॰ रामविलास शर्मा, गिरिजाकुमार माथुर, नेमिचंद्र जैन, त्रिलोचन जैसे परवर्ती काल के कवियों में और प्रखर हुयी थी।
- श्री नेमिचंद्र जैन ने सिविल लाइंस में ‘ आधुनिक पुस्तक भण् डार ' नाम से प्रगतिशील साहित्य की दुकान खोल ली थी जहां सोवियत संघ से आयातित रूसी क्लासिक्स, पत्र-पत्रिकाएं और मार्क् सवादी साहित्य की पुस्तकें पहली बार प्रचुर मात्रा और अल्पमूल्य में उपलब्ध हो जाती थीं।
- तीस वर्षों में निर्णायकों में से एक ही नाम बदला है-नेमिचंद्र जैन के देहावसान के बाद उनके स्थान पर इसी पुरस्कार के पहले विजेता और अब सुपरिचित प्रौढ़ कवि अरुण कमल को निर्णायक बनाया गया है वर्ना नामवर सिंह, केदारनाथ सिंह, विष्णु खरे और अशोक वाजपेयी 1980 से निर्णायक हैं.
- तीस वर्षों में निर्णायकों में से एक ही नाम बदला है-नेमिचंद्र जैन के देहावसान के बाद उनके स् थान पर इसी पुरस् कार के पहले विजेता और अब सुपरिचित प्रौढ़ कवि अरुण कमल को निर्णायक बनाया गया है वर्ना नामवर सिंह, केदारनाथ सिंह, विष् णु खरे और अशोक वाजपेयी 1980 से निर्णायक हैं.
- इसी तरह माखनलाल चतुर्वेदी, जयशंकर प्रसाद, भारतभूषण अग्रवाल, त्रिलोचन, नागार्जुन, नेमिचंद्र जैन, गिरिजा कुमार माथुर, शिवमंगल सिंह ‘ सुमन ', विजयदेव नारायण साही, रघुवीर सहाय, धर्मवीर भारती, नरेश मेहता, नरेंद्र शर्मा और ज्ञानेंद्रपति की ऐसी कविताएं यहां दी गई हैं जो बेवफाई विशेषज्ञ कालिया की काव्यदृष्टि को उजागर करती हैं।
- नौटंकी के शिल्प पर बात करते हुए नाटककार मुद्राराक्षस इसे ' एपिक थियेटर ' के समकक्ष खड़ा करते हैं-“ नौटंकी विधा की बहुत बड़ी विशेषता है, इसकी महाकाव्यात्मकता | बहुत बाद में ब्रेख्त ने एपिक थियेटर की वह परिकल्पना की है, जो नौटंकी में पहले से ही मौजूद दिखाई दी | ” (रंगदर्शन, नेमिचंद्र जैन, पृष्ठ-212.)