पंडित किशन महाराज वाक्य
उच्चारण: [ pendit kishen mhaaraaj ]
उदाहरण वाक्य
- इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने पंडित जी के जीवन के महत्वपूर्ण पड़ावों को याद करते हुए बताया कि पंडित किशन महाराज के जाने से कला जगत को काफी गहरा धक्का लगा है।
- बनारस घराने में एकल वादन बहुत इकसित हुआ है, और कई वादक जैसे पंडित शारदा सहाय, पंडित किशन महाराज [70], और पंडित समता प्रसाद [71], एकल तबला वादन में महारत और प्रसिद्धि प्राप्त हैं।
- श्रद्धेय किशन महारज जी को मेरा सादर प्रणाम, सुनतें हैं उनकी एल्बम “साज़” से तीन ताल-प्रस्तुति-वीणा साधिकाराधिका(राधिका बुधकर)लेख के अगले अंक में: जब मुझे विचित्र वीणा बजाने हेतू मिला आदरणीय स्वर्गीय पंडित किशन महाराज जी का आशीर्वाद
- बनारस घराने में एकल वादन बहुत इकसित हुआ है, और कई वादक जैसे पंडित शारदा सहाय, पंडित किशन महाराज [70], और पंडित समता प्रसाद [71], एकल तबला वादन में महारत और प्रसिद्धि प्राप्त हैं।
- बहुत खुब, भाई तबले ने तो सच मै मस्त कर दिया, पंडित किशन महाराज को श्रधाज्लि, ओर वीणा साधिका, राधिका बुधकर जी ओर आप का बहुत बहुत धन्यवाद इस सुंदर लेख को हम सब तक पहुचाने के लिये.
- आदरणीय स्वर्गीय पंडित किशन महाराज प्रभावशाली व्यक्तित्व के धनी थे, माथे पर एक लाल रंग का टिक्का हमेशा लगा रहता था, वे जब संगीत सभाओं में जाते, संगीत सभायें लय ताल से परिपूर्ण हो गंधर्व सभाओ की तरह गीत, गति और संगीतमय हो जाती ।
- आदरणीय स्वर्गीय पंडित किशन महाराज प्रभावशाली व्यक्तित्व के धनी थे, माथे पर एक लाल रंग का टिक्का हमेशा लगा रहता था, वे जब संगीत सभाओं में जाते, संगीत सभायें लय ताल से परिपूर्ण हो गंधर्व सभाओ की तरह गीत, गति और संगीतमय हो जाती ।
- कहते हैं न महान कलाकार एक महान इंसान भी होते हैं, ऐसे ही महान आदरणीय स्वर्गीय पंडित किशन महाराज जी भी थे, उन्होंने बनारस में दूरदर्शन केन्द्र स्थापित करने के लिए भूख हड़ताल भी की और संगत कलाकारों के प्रति सरकार की ढुलमुल नीति का भी पुरजोर विरोध किया ।
- आदरणीय स्वर्गीय किशन महाराज जी को मेरी भावपूर्ण श्रद्धांजलि-देखिये उस्ताद विलायत खान के साथ राग दरबारी में संगत करते पंडित किशन महाराज जी को-कविता छिब्बर द्वारा प्रस्तुत पंडित जी को दी गई ये श्रद्धाजंली भी तीन खंडों में है...देखें यहाँ, यहाँ और यहाँ.प्रस्तुति-वीणा साधिका,राधिका(राधिका बुधकर)
- कहते हैं न महान कलाकार एक महान इंसान भी होते हैं, ऐसे ही महान आदरणीय स्वर्गीय पंडित किशन महाराज जी भी थे, उन्होंने बनारस में दूरदर्शन केन्द्र स्थापित करने के लिए भूख हड़ताल भी की और संगत कलाकारों के प्रति सरकार की ढुलमुल नीति का भी पुरजोर विरोध किया ।