पथरी रोग वाक्य
उच्चारण: [ petheri roga ]
उदाहरण वाक्य
- इसके सेवन से कब्ज की शिकायत समाप्त होती है तथा पेट के रोग निवृत्त होते हैं, जिसके फलस्वरूप मधुमेह, हृदय, बवासीर तथा पथरी रोग समाप्त हो जाते हैं।
- वरुण की छाल, गोक्षुर, नारियल का पानी, पाइन एपल, केला, बादाम, नींबू, गाजर, करेला आदि का सेवन करने से पथरी रोग से बचाव संभव पथरी रोग निवारण शिविर से 70 रोगी लाभान्वित...
- वरुण की छाल, गोक्षुर, नारियल का पानी, पाइन एपल, केला, बादाम, नींबू, गाजर, करेला आदि का सेवन करने से पथरी रोग से बचाव संभव पथरी रोग निवारण शिविर से 70 रोगी लाभान्वित...
- 3 पथरी और पेशाब की रुकावट:-अनन्तमूल की जड़ के 1 चम्मच चूर्ण को 1 कप दूध के साथ 2 से 3 बार पीने से पेशाब की रुकावट दूर होकर पथरी रोग में लाभ मिलता है।
- पित्ताशय में जब कोई पत्थर का छोटा टुकड़ा रहता है तो वह पित्ताशय रस के साथ पित्तनली के अन्दर चला जाता है और वहां पर वह जमा हो जाता है जिसके कारण पित्तनली में पथरी रोग हो जाता है।
- कुंभ लग्न: सूर्य एकादश भाव में, मंगल पंचम भाव में, पंचमेश अस्त हो, चंद्र लग्न में केतु से दृष्ट या युक्त हो, गुरु नवम भाव में हो, तो पित्ताशय की पथरी रोग होता है।
- Udaipur. राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिंधी बाजार में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से प्रत्येक बुधवार को लगने वाले शिविरों में 13 मार्च को पथरी रोग निवारण शिविर लगाया गया जिसमें रोगियों ने चिकित्सा परामर्श लिया।
- अगर किसी व्यक्ति को पथरी रोग हो जाता है तो उसे अर्टिका यूरेन्स के रस की 5 बूंदें दिन में 2 बार, कैलकेरिया रिनेलिस औषधि की 2 X मात्रा दिन में 2 बार, चायना औषधि की 30 शक्ति की 1 मात्रा 2 महीने तक रोजाना सेवन करना चाहिए।
- इससे बचने के लिए समय पर भोजन करना, भोजन के 1 घण्टे पश्चात अत्यधिक पानी का प्रयोग करना, छाछ, तरबूज, रात्रि मे जल्दी भोजन करना चाहिए व वरूण की छाल, गोखरु, नारियल पानी, पाइनेपल जूस, केला, बादाम, निंबू, गाजर, करेला आदि का सेवन करने से पथरी रोग से बचाव संभव है।