परल वाक्य
उच्चारण: [ perl ]
उदाहरण वाक्य
- फ़ेर का भईल बाबा जी, का ऊ आतमा के बाति साच निकलल, का गाँव वालन के परेसानी भईल.....? हा, उहे तो बताव तानि, एगो राति खुब जोड जोड से पानी पडे लागल, अरू तब बरसाति के मौसमवो ना रहे, सुबह भईल, पानी बन ना भईल, ऐस करत करत क राति बीती गईल, लेकिन पानी परल बन ना होत रहे, अब लोगन के चुल्हा मे लौना-लकडी ना बाचि गईल रहे...
- क़ब्र-सी मौन धरती पड़ी पाँव परल शीश पर है कफ़न-सा घिरा आसमाँ, मौत की राह में, मौत की छाँह में चल रहा रात-दिन साँस का कारवाँ, जा रहा हूँ चला, जा रहा हूँ बढ़ा, पर नहीं ज्ञात है किस जगह हो? किस जगह पग रुके, किस जगह मगर छुटे किस जगह शीत हो, किस जगह घाम हो, मुस्कराए सदा पर धरा इसलिए जिस जगह मैं झरूँ उस जगह तुम खिलो।
- गिरहस्त देखा सबै अपने अपने में हौ ब्यस्त देखा अ टाई में केहू, टोपी में केहू अ झूँसी में केहू, अलोपी में केहू अखाड़न क संगत अ रंगत ई देखा बिछल हौ हजारन क पंगत ई देखा कहीं रासलीला कहीं परबचन हौ कहीं गोष्ठी हौ कहीं पर भजन हौ केहू बुढ़िया माई के कोरा उठावै अ तिरबेनी मइया में गोता लगावै कलपबास में घर क चिन्ता लगल हौ कटल धान खरिहाने वइसै परल हौ