पृथ्वी नारायण शाह वाक्य
उच्चारण: [ perithevi naaraayen shaah ]
उदाहरण वाक्य
- यह देखकर बाबा गोरखनाथ क्रोध्ति हो गए और उन्होंने पृथ्वी नारायण शाह को श्राप दिया कि उनके दस पीढ़ी बाद यानी ग्यारहवीं पीढ़ी में उनका वंश की सत्ता खत्म हो जाएगी।
- अतः पृथ्वी नारायण शाह को नेपाल का एकीकरण करने की आवश्यकता नहीं थी क्योकि तब विभिन्न जात-जातियों का स्वतंत्र अस्तित्व कायम रहता तथा सांस्कृतिक एकता को बढावा दिया जा सकता था ।
- इस अवसर पर दो सौ साल से भी पहले वर्तमान राजा के पूर्वज पृथ्वी नारायण शाह की जीत का जश्न मनाने के लिए एक पारंपरिक पूजा अर्चना समारोह का आयोजन किया जाता है।
- पहले ए राजाऔने एकीकरण के बाद नेपालका हिस्स अपने बेटोमे बाँट दिया था लेकीन पृथ्वी नारायण शाह ने उसे फिर से बाटने नही दिया एक एकीकृत राष्ट्रके रूपमे इसे बचाए रखा और विश्
- वास्तव में, उस समय इन्द्रजात्रा पर्व मे कान्तिपुर की सभी जनता फसल के देवता भगवान इन्द्र की पूजा और महोत्सव (जात्रा) मना रहे थे, जब पृथ्वी नारायण शाह ने अपनी सेना लेकर धावा बोला और सिंहासन कब्जा कर लिया।
- नेपाल अंग्रेज युद्द् ताका का अधिकांश कागज पत्रमा विक्रम संवत प्रयोग भएको यथार्थ लाई त्यतिकै छोप्न सकिन्न | पृथ्वी नारायण शाह देखि भीमसेन थापा हुदै कोतपर्व सम्म का अधिकांश कागजात हरू हेरे विक्रम संवतको व्यापक प्रयोग त्यसै देख्न सकिन्छ|
- वास्तव में, उस समय इन्द्रजात्रा पर्व मे कान्तिपुर की सभी जनता फसल के देवता भगवान इन्द्र की पूजा और महोत्सव (जात्रा) मना रहे थे, जब पृथ्वी नारायण शाह ने अपनी सेना लेकर धावा बोला और सिंहासन कब्जा कर लिया।
- 18वीं सदी में नेपाली राजशाही की स्थापना करने वाले राजा पृथ्वी नारायण शाह के योगदान का ज़िक्र करते हुए कहा, “राजशाही हमेशा ही नेपाली लोगों की दोस्त बनकर रही है और हम ख़ुद भी नेपाली लोगों की भलाई चाहते थे.”
- लेकीन पहले ए राजाऔने एकीकरण के बाद नेपालका हिस्स अपने बेटोमे बाँट दिया था लेकीन पृथ्वी नारायण शाह ने उसे फिर से बाटने नही दिया एक एकीकृत राष्ट्रके रूपमे इसे बचाए रखा और विश्तारीत करते रहे लेकी ५२ वर्षके अल्पायुमे यिनकी स्वर्गारोहण होनेके
- वास्तव में, उस समय इन्द्रजात्रा पर्व मे कान्तिपुर की सभी जनता फसल के देवता भगवान इन्द्र की पूजा और महोत्सव (जात्रा) मना रहे थे, जब पृथ्वी नारायण शाह ने अपनी सेना लेकर धावा बोला और सिंहासन कब्जा कर लिया।