प्रभा अत्रे वाक्य
उच्चारण: [ perbhaa ater ]
उदाहरण वाक्य
- भारतरत्न पं. रविशंकर, भारतरत्न पं. भीमसेन जोशी, विदूषी गंगूबाई हंगल पं. ओंकारनाथ ठाकुर, विदूषी सिध्देश्वरी देवी, गिरजा देवी, निर्मला अरूण, परवीन सुल्ताना, किशोरी अमोणकर, प्रभा अत्रे, मल्लिकार्जुन मंसूर, कुमार गंधर्व, पं. जसराज, वसंतराव देशपांडे, जितेन्द्र अभिषेकी से लेकर शुभा मुदगल, राजन साजन मिश्र, छन्नुलाल मिश्र, हरिप्रसाद चौरसिया, शिवकुमार शर्मा, विश्वमोहन भट्ट जैसे एकाधिक और नामचीन कलाकारों की शिरक़त से आकाशवांणी संगीत सम्मेलन की शान का जलवा रहा है.
- वे क्या करते हैं कि जैसे आज प्रभा अत्रे को सुन रहे हैं तो कहेंगे भाई साहब पिछले साल पुणे के सवाई गंधर्व में जो इन्होंने बागेश्री सुनाई थी वह बात आज सुनाई नहीं दे रही है. मैं सोचता हूँ कि ये ऐसी बेवकूफ़ी की बात क्यों कर रहे हैं.हर दिन अलग होता है, मूड अलग होता है, आख़िर कलाकार भी तो इंसान है.याद आ गई उस्ताद बिसमिल्ला ख़ाँ साहब से बरसों पहले स्पिक मैके की वह महफ़िल जब ख़ाँ साहब बोले थे राग, रसोई, पागड़ी(पगड़ी) कभी-कभी बन जाए.