बहिर्मुख वाक्य
उच्चारण: [ bhiremukh ]
"बहिर्मुख" अंग्रेज़ी में
उदाहरण वाक्य
- पर तुम्हारा मन इतना बहिर्मुख है, बाहरी स्थूल शब्दों को सुनने में तुम इतने व्यस्त हो कि तुम्हारे भीतर जो दैवी शब्द हो रहे हैं, तुम उनको सुन भी नहीं पा रहे।
- जब इन्द्रियाँ अर्थों में, मन इन्द्रियों में और आत्मा मन के साथ संयुक्त होकर प्राणों को प्रेरणा करके अच्छे वा बुरे कर्मों में लगाता है, तभी वह बहिर्मुख होजाता है।
- बहिर्मुख उतना ही ठीक की दूकान गए, स्कूल गए, कॉलेज में गए … जा के आये फिर अंतर्मुख में जाए … क्यों की वो ही सच्चा साथ देगा ….
- केवल बहिर्मुख उपाधि का प्रयोजक है, माया और अविद्यादि कंचुक ही इसका प्रयोजक है, यह जीव चत्रुस्त्र नामक दूसरा चतुरस्त्र है, इन दोनों के मेल से अष्टकोणात्मक अष्टार बनता है।
- जब वे बहुत लालायित होती हैं और हम बहिर्मुख होते हैं या हमारा स्वयं से नियंत्रण छूट जाता है तब हम असंयमित होते हैं, असंतुलित होते हैं तथा अपने आपमें एक व्याकुलता पाते हैं।
- इसका अर्थ-बहिर्मुख (पर चिंतक, दूसरों का चिंतन-विचार करने वाला, केवल आत्मकेंद्रित नहीं) होने के लिए दो बातों की आवश्यकता होती है-१. दूसरों को रास्ता देना आवश्यक है।
- वही ब्रह्मांड वा सृष्टि का मूल तत्व प्रणाव अथवा ॐकार है जिसका मानव शरीर में अथवा पिंड में अवस्थित शब्द प्रतिनिधित्व करता है और जिसे, मन की वृत्ति बहिर्मुख रहने के कारण, हम कभी सुन नहीं पाते।
- वही ब्रह्मांड वा सृष्टि का मूल तत्व प्रणाव अथवा ॐकार है जिसका मानव शरीर में अथवा पिंड में अवस्थित शब्द प्रतिनिधित्व करता है और जिसे, मन की वृत्ति बहिर्मुख रहने के कारण, हम कभी सुन नहीं पाते।
- अपने मन व इंद्रियों के वशीभूत होकर मनुष्य इतना बहिर्मुख हो जाता है कि, वह अपने हृदय की पुकार नहीं सुन पाता, उसे यह आभास तक नहीं हो पाता कि वह इस संसार में आखिर क्यों हैं?
- उस परमात्मा से अलग अभिमान करके हमलोग कहां विश्रांति पा सकते हैं? यह अभिमान कुछ-न-कुछ रूप लेकर चित्त को बहिर्मुख करता है और उस चित्त को अंतर्मुख किये बिना अखण्ड शांति, अखण्ड ज्ञान नहीं मिलता, अखण्ड सत्ता का अनुभव नहीं होता।