बीजाक्षर वाक्य
उच्चारण: [ bijaakesr ]
उदाहरण वाक्य
- यह अमृत बीज है और इस दो अक्षर के बीजाक्षर के उच्चारण से महादेव शीघ्र ही प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों को वरदान और आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
- जब आदर्शवादी नेहरु ऐसा कर सकते हैं तो फिर सोनिया जी जो सत्ता नाम केवलम के बीजाक्षर मंत्र में अटूट विश्वास रखती हैं उनके लिए ऐसा करना कौन-सा मुश्किल है.
- जिस शब्द में बीजाक्षर है, उसी को 'मंत्र' कहते हैं| किसी मंत्र का बार-बार उच्चारण करना ही 'मंत्र-जप' कहलाता है, लेकिन प्रश्न यह उठता है, कि वास्तव में मंत्र जप क्या है?
- इस प्रकार प्रत्येक चक्र में दलों की एक निश्चित संख् या, विशिष्ट रंग, इष्ट देवता, तन्मात्रा (सूक्ष्मतत्व) और स्पंदन का प्रतिनिधित्व करने वाला एक बीजाक्षर हुआ करता है।
- बीजाक्षर मुख्यत: पांच प्रकार का होता है-ओ ३ म-परमात्म-तत्त्व, ह्रीं-प्रकृति-माया, श्रीं-सौंदर्य व वैभव, क्लीँ-संकल्प-शक्ति, हें-ऐ-बुद्धि व स्मृति ।
- ज्यादा तर वैदिक मंत्रो, रिचाओं, प्रार्थनाओं का श्री गणेश इसी आखर ॐ से होता है, यहाँ तक के स्वयं साड़ी कयानात, साड़ी सृष्ठी, यूनिवर्स का आरम्भ भी इस बीजाक्षर ॐ से ही हुआ माना जाता है.
- हस्तिचक्र द्वारा श्री यंत्र को प्रणाम् कर, हाथी-हथिनी की पूजा कर और लक्ष्मी चक्र में स्थित श्री ललिता देवी के प्रसन्नार्थ “ बीजाक्षर मंत्रस्य वाशिनादिभ्यो वाग्देवाभ्य चतुर्विध पुरुषार्थ सिद्धि हेतु श्री ललिता प्रीतये जपे पाठे विनियोगः ” मंत्र से विनियोग करें।
- जिस शब्द में बीजाक्षर है, उसी को ' मंत्र ' कहते हैं | किसी मंत्र का बार-बार उच्चारण करना ही ' मंत्र-जप ' कहलाता है, लेकिन प्रश्न यह उठता है, कि वास्तव में मंत्र जप क्या है? जप से क्या परिणाम होते निकलता है?
- जहां महादेव को प्रसन्न करने के लिए अन्य कठिन मंत्र आदि किये जाते हैं वहीं इस छोटे से बीजाक्षर बम् का अपना विशेष व अतुल्य महत्व है जिसके उच्चारण मात्र से कांवरियों को वह शक्ति व क्षमता प्राप्त होती है कि वे मीलांे लंबी दूरी को बड़ी सरलता से पूर्ण कर लेते हैं।
- अभिनव पांडव ' को कवि ने महाकाव्य कहा है और अपनी भूमिका ‘ बीजाक्षर ' में इस सम्बंध में बहस की है और अपने तर्क दिये हैं, लेकिन मैं इसे विचार काव्य कहूँगा जो महत् काव्य भी है और मेरा विश्वास है कि आने वाले समय में हिन्दी के बौद्धिक समाज में यह व्यापक विचारोत्तेजना पैदा करेगा।