मन की आँखें वाक्य
उच्चारण: [ men ki aanekhen ]
उदाहरण वाक्य
- मन की आँखें रघुनाथ झलानी द्वारा निर्देशित सन 1970 में बनी हिंदी फिल्म है| फिल्म के मुख्य कलाकार धर्मेन्द्र, वहीदा रहमान हैं| फिल्म में संगीत लक्ष्मीकांत प्यारेलाल जी ने दिया है|
- पर उनकी मन की आँखें और कुदरती समझ इतनी एक्स्ट्रा आर्डिनरी है कि जब वह अल्फाज के मानी में प्रवेश करता है तो लफ्ज उठ जाते हैं और जज्बात की जगह ले लेते हैं।
- देवी कात्यायनी की आराधना का मतलब भी यही है, अर्थात माता कात्यायनी की पूजा से मन की आँखें खुल जाती हैं | माँ कात्यायनी की पूजा से होती हैं सभी इन्द्रियां वश में |
- अभी सबके साथ हो कर भी “ हूँ ”, अपने साथ “ हूँ ” और अकेले में भी “ हूँ ”! बाहर का कुहासा घना हो तो कुछ भी नहीं दीखता लेकिन जब मन की आँखें खाली हों...
- बारिस के बाद तो मन जैसे स्वत: गाने लगा फिल्म-मन की आँखें-का धर्मेन्द्र पर फिल्माया और लक्ष्मी कान्त प्यारे लाल का संगीतबध किया यह सुन्दर गीत जिसके बोल किस गीतकार ने लिखे हैं, यह जान नहीं पाया।
- कर्म तो सभी कर रहे हैं लेकीन-कान और कंधे के बीच मोबाइल..... आँखें भौतिक रूप में सामनें लेकीन.... मन की आँखें हो सकता है समुद्र पार कहीं.... धन-टिब्बे के ऊपर टिकी हों तो कोई ताजुब नहीं....
- इफ0 1 अध्याय का 18 पद में लिखा है मैं प्रार्थना करता हूँ, “कि तुम्हारे मन की आँखें ज्योतिर्मय हो जाएँ और तुम जान लो कि उसके बुलाने से कैसी आशा होती है, और पवित्र लोगों में उसकी मीरास की महिमा का धन कैसा है।”
- जब वे अपने लोकप्रिय गाने जैसे ‘ मन की आँखें खोल बाबा ' या ‘ तेरी गठरी में लागा चोर मुसाफिर ' गाना शुरू करते थे तो सारी ऑडिएंस उनके साथ गाना शुरू कर देती थी. वह अपने आप में अविस्मरणीय अनुभव था.
- उसे ढोने की जगह सच्चे अर्थों में जियो! अब तो जागो नयी सुबह तुम्हें अपने आगोश में समेटने के लिये बाँहे फैलाए खड़ी है! दैहिक आँखों के साथ-साथ अपने मन की आँखें भी खोलो! तुम्हें दिखाई देगा कि जीवन कितना सुन्दर है!
- वह पूर्णरुप से एक योगी नहीं है, पर वह क्षण, जिसमें उसकी मन की आँखें खुलती है, उसकी आत्मा में संतुष्टि और समर्पण की शक्ति नीहित होती है, उस एक क्षण में, वह क्षण भर के लिये काव्य योगी बन जाता है।