यंग इण्डिया वाक्य
उच्चारण: [ yenga inediyaa ]
उदाहरण वाक्य
- लाला जी ने यंग इण्डिया नामक पुस्तक लिखी, जिसमें ब्रिटिश शासन के दमन का यथार्थ वर्णन था और इसकी भूमिका ब्रिटिश पार्लियामेन्ट के सदस्य वेजवुड ने लिखी किन्तु ये ब्रिटेन और भारत दोनो जगह प्रतिबन्धित हो गई।
- गांधीजी ने कहा था-' ' एक महिला को पढ़ाओगे तो पूरा परिवार पढ़ेगा '' उन्होंने 23 मई, 1929 को ' यंग इण्डिया ' में लिखा-'' जरूरी यह है कि शिक्षा प्रणाली को दुरूस्त किया जा ए.
- इस मौके पर भारत विकास परिषद, आजाद युवा सगठन, यंग इण्डिया फाउंडेशन, मानव सेवा संगम, लक्कड मार्किट कमेटी ऐशोसियन, विधि र्स्पोटस कल्ब, आजाद र्स्पोटस कल्ब के आलावा अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
- खिलाफत (यह नाम ‘मुखालफ़त शब्द से नही खलीफ़ा से आया है) और असहयोग आन्दोलन के दौरान प्रयुक्त नारों की बाबत अपने अखबार यंग इण्डिया के ८ सितम्बर, १९२०, पृष्ट ६ पर गांधी ने एक लेख लिखा ।
- 1921 में कर्मवीर के सफल सम्पादक चतुर्वेदी जी को जब देशद्रोह के आरोप में जेल हुई तब कानपुर से निकलने वाले गणेश शंकर विद्यार्थी के पत्र ‘ प्रताप ' और महात्मा गाँधी के ‘ यंग इण्डिया ' ने उसका कड़ा विरोध किया।
- खिलाफत (यह नाम ‘ मुखालफ़त शब्द से नही खलीफ़ा से आया है) और असहयोग आन्दोलन के दौरान प्रयुक्त नारों की बाबत अपने अखबार यंग इण्डिया के ८ सितम्बर, १ ९ २ ०, पृष्ट ६ पर गांधी ने एक लेख लिखा ।
- असहयोग आन्दोलन को समाप्त करने के निर्णय के बारे में गांधी जी ने यंग इण्डिया में लिखा था कि आन्दोलन को हिंसक होने से बचाने के लिए मैं हर एक अपमान, हर एक यातनापूर्ण बहिष्कार, यहाँ तक की मौत भी सहने को तैयार हूँ ।
- वैसे बात रही आशीर्वाद की तो कागेस मे भी एकल आर्शीवाद पद्वति चल रही है एक विज्ञापन आता था बूढे-बच् चे और जवान पहने यंग इण्डिया बनियान, उसी प्रकार मोहन हो या हो अर्जुन और या फिर मि. नटवर सबके सब पहुचे रहते है।
- 192 2 में बनारस से ‘ आज ', लाला लाजपत राय का ‘ वंदेमातरम् ', गांधीजी का हरिजन, नवजीवन, हरिजन सेवक, सत्याग्रह व यंग इण्डिया ' के साथ-साथ इलाहाबाद का ‘ देशदूत ', आगरा का ‘ साहित्य संदेश ' व सैनिक, दिल्ली का वीर अजुर्न ने कमाल कर दिखाया।
- 12 फ़रवरी, 1922 को बारदोली में हुई कांग्रेस की बैठक में असहयोग आन्दोलन को समाप्त करने के निर्णय के बारे में गांधी जी ने यंग इण्डिया में लिखा था कि, ” आन्दोलन को हिंसक होने से बचाने के लिए मैं हर एक अपमान, हर एक यातनापूर्ण बहिष्कार, यहाँ तक की मौत भी सहने को तैयार हूँ।