रजऊ वाक्य
उच्चारण: [ rejoo ]
उदाहरण वाक्य
- ' कही ईसुरी फाग ' की जो बात सबसे ज्यादा आकर्षित करती है वह यह है कि रजऊ और ऋतु दोनों ही अबला नहीं हैं, वे भावनात्मक स्तर पर क्रमशः परिपक्वता प्राप्त करती हैं और उनके निकट प्रेम का अर्थ पुरुष पर निर्भरता नहीं है।
- और संस्कृत-अपभ्रंश की काव्य-परंपरा ‘ फागु ' को बुंदेली भाषा में उतारकर जनप्रचलित फागें रचने वाले ईसुरी की लोकस्वीकार्यता भी ईसुरी और रजऊ के प्रेम-प्रसंगों के ûm ¥ § गारिकतापूर्ण काव्य के कारण नहीं, बल्कि उसमें समाहित उत्कृष्टतम् आध्यात्मिक और सामाजिक मूल्यों के कारण है।
- ईसुरी की एक और फाग:-चलतीं कर खालें खों मुइयां, रजऊ बैस लरकइयां, हेरत जात उंगरियन में हो, तकती हो परछइयां, लचकें तीन परें करिहा में, फरके डेरी बइयां, हर तन मुख झरें पतर फूल से, जे बागन में नइयां, धन्न भाग वे सइयां ईसुर, जिनकी आएं मुनइयां...
- मनोदशा ईसुरी की एक और फाग ईसुरी की एक और फाग:-चलतीं कर खालें खों मुइयां, रजऊ बैस लरकइयां, हेरत जात उंगरियन में हो, तकती हो परछइयां, लचकें तीन परें करिहा में, फरके डेरी बइयां, हर तन मुख झरें पतर फूल से, जे बागन में नइयां, धन्न भाग वे सइयां ईसुर, जिनकी आएं मुनइयां...