रजस् वाक्य
उच्चारण: [ rejs ]
उदाहरण वाक्य
- तथा अनात्मा अर्थात् मूल प्रकृति में ये ही तीन पदार्थ सत्वज्ञानात्मक, रजस् क्रियात्मक, और तमस् इच्छात्मक कहलाते हैं।
- सत्व, रजस् और तमस् नाम के तीनों घटक प्रकृति और उस के प्रत्येक अंश में विद्यमान रहते हैं।
- तथा अनात्मा अर्थात् मूल प्रकृति में ये ही तीन पदार्थ सत्वज्ञानात्मक, रजस् क्रियात्मक, और तमस् इच्छात्मक कहलाते हैं।
- 2. मूल प्रकृति के तीन आंतरिक अवयव सत्व, रजस् और तमस् होते हैं जिन्हें गुण कहा गया है।
- सांख्य दर्शन माया को ' प्रसवधर्मिणी' मानकर कहता है कि सत्य, रजस् तमस तीनो एकत्र होकर कार्यसम्पादन करते हैं।
- थोड़ा और आगे जाकर आप कहते हैं जब रजस् वला हो गई तो वृक्षों ने उसकी कोख में ।
- सत्व, रजस् और तमस् नाम के तीनों घटक प्रकृति और उस के प्रत्येक अंश में विद्यमान रहते हैं।
- 2. मूल प्रकृति के तीन आंतरिक अवयव सत्व, रजस् और तमस् होते हैं जिन्हें गुण कहा गया है।
- इनमें सत्त्व-प्रकाश स्वभाव, रजस्-प्रवृत्ति स्वभाव तथा तमस्-नियमन [रोकना] स्वभाव रहता है।
- महत् से रजस् प्रधानता वाले तीसरे तत्व अर्थात अहंकार की उत्पत्ति हुई, जो स्वः की अनुभूति को प्रकट करता है।