रानी सती वाक्य
उच्चारण: [ raani seti ]
उदाहरण वाक्य
- 1963 में ' बाबा रामदेव ' नामक फिल्म आई. राजस्थानी सिनेमा में 10 फिल्में ब्लैक एंड व्हाइट में बनीं उसके बाद रंगीन सिनेमा की शुरुआत हु ई. ' लाज राखो रानी सती ' राजस्थानी भाषा में बनने वाली पहली कलर फिल्म थी.
- वैसे यह आकलन है कि रानी सती मंदिर में आने वाला चढ़ावा दक्षिण के सर्वाधिक आय वाले तीर्थ तिरुपति बालाजी से कुछ ही कम हो कर इस स्थल को इस मामले में देश के दूसरे सबसे बड़े तीर्थ स्थल के रूप में मान्यता दिलाता है
- तो यह था सालासर बालाजी का महत्त्व, पाठको से निवेदन है की वो एक बार यहाँ अवश्य आये, मेरी पिछली पोस्ट के खाटू श्याम जी एवं रानी सती का मंदिर भी यही पास में है, आपको इन तीनो धमो के दर्शन करके असीम सुख की प्राप्ति होगी ….
- विगत दो दिनों में हमने आपको “ धर्मयात्रा ” में राजस्थान के शेखावटी भाग की शेर करवाई, जहाँ आपको हमने खाटूश्यामजी एवं दादी रानी सती के मंदिरो के दर्शन करवाए … आइये आज आपको राजस्थान के रेतीले पहाड़ो से सीधे ले चलते है उत्तराखंड, जहाँ की मनमोहक वादी एवं सुरम्य वातावरण आपको बुला रहा है.
- जयपुर रानी सती नगर निर्माण नगर निवासी कमल सिंघानी ने मामला दर्ज कराया कि उन्होंने तिवाड़ी वाला निवासी हेमराज जाट के साथ इसी गांव निवासी रामेश्वर लाल जाट व बाबूलाल पुत्र भूरा जाट के माध्यम से सारंग का बास पूनियों की ढाणी निवासी भूरा पुत्र हरबख्श जाट से 19 जून को एक बीघा जमीन सारंग का बास-कंवर का बास रोड पर 21 लाख 21 हजार रुपए में खरीदी थी।
- तिसराः मजदूरों का शोषण बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रबंधन को मजदूरों की समस्याओं का समाधान करना ही होगा। मजदूरों पर ही कोयला उद्योग टिका है। उनके हक व अधिकार के लिए जमसं आरपार की लड़ाई लड़ेगा। उक्त बातें जमसं अध्यक्ष रामाधीर सिंह ने शनिवार को कहीं। वे गोलकडीह परियोजना कार्यालय में मजदूरों की 17 सूत्री मांगों को लेकर परियोजना पदाधिकारी बीके झा से वार्ता करने आये थे। पदाधिकारी ने मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। चांद कुइयां, गोलकडीह प्रोजेक्ट कालोनी, रानी सती मंदिर, एमओसीपी, बंगाली कोठी
- दादी रानी सती जी का मंदिर राजस्थान के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है, जो की झुंझुनू नामक नगर में स्थित है, यह अपने में ४ ०० साल पहले का एक इतिहास समेटे हुए है, यह मंदिर एक स्त्री के बलिदान एवं उसके उस सहस का प्रतीक है जो सहसा ही श्रद्धालुओ को अपनी और आकर्षित करता है, मंदिर में अनेको ऐसी दुर्लभ चित्रकारी एवं मूर्तिया मौजूद है, जो सहसा ही श्रद्धालुओ एवं विदेशी पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती है..
- जो देश से ही नहीं बल्कि विदेशो से भी लाखो श्रद्धालु यहाँ खीचे चले आते है, पाठको दादी रानी सती एक नारी क्या कर सकती है इस चीज का प्रमाण देती है, वह एक वीरांगना थी तथा अपने सत कर्मो के कारण उन्होंने देवत्व को प्राप्त किया तथा आज वह अपने भक्तो के दुःख हर रही है, आइये सबसे पहले आपको इस मंदिर की विशेषता बताते है उसके बाद आपको उस कहानी की तरफ ले चलेंगे जिसके कारण आज हम इन्हें दादी रानी सती के रूप में पूजते है …
- जो देश से ही नहीं बल्कि विदेशो से भी लाखो श्रद्धालु यहाँ खीचे चले आते है, पाठको दादी रानी सती एक नारी क्या कर सकती है इस चीज का प्रमाण देती है, वह एक वीरांगना थी तथा अपने सत कर्मो के कारण उन्होंने देवत्व को प्राप्त किया तथा आज वह अपने भक्तो के दुःख हर रही है, आइये सबसे पहले आपको इस मंदिर की विशेषता बताते है उसके बाद आपको उस कहानी की तरफ ले चलेंगे जिसके कारण आज हम इन्हें दादी रानी सती के रूप में पूजते है …
- मंदिर की एक प्रमुख विशेषता यह है की यहाँ पर बहार से आये तीर्थयात्रियो के लिए रहने व खाने की भी उत्तम सुबिधा उपलब्ध है, मंदिर झुंझुनू शहर के मध्य में स्थित है जो की भारतीय कलाक्रतियो का बेजोड़ नमूना है, मंदिर के प्रारंभ में सिंह द्वार है, जिसके ऊपर भारत माता की एक मनोहारी मूर्ती स्थित है, माता रानी सती का मंदिर अपने आप में अनूठा है आप एक भारतीय महिला के त्याग एवं बलिदान के सम्मान में, और गौरवशाली भारतीय संस्कृति को देखने वहां जरूर जाये.