रामनिवास मिर्धा वाक्य
उच्चारण: [ raamenivaas miredhaa ]
उदाहरण वाक्य
- संयुक्त संसदीय समिति के भूतपूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय रामनिवास मिर्धा के पौत्र व राजस्थान में केबिनेट मंत्री रहे हरेन्द्र मिर्धा के पुत्र रघुवेन्द्र मिर्धा क्या चुनावी राजनीति में आगे आएंगे या आने का मानस है, इसकी चर्चा इन दिनों नागौर जिले में काफी है।
- संयुक्त संसदीय समिति के भूतपूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय रामनिवास मिर्धा के पौत्र व राजस्थान में केबिनेट मंत्री रहे हरेन्द्र मिर्धा के पुत्र रघुवेन्द्र मिर्धा क्या चुनावी राजनीति में आगे आएंगे या आने का मानस है, इसकी चर्चा इन दिनों नागौर जिले में काफी है।
- उनका कहना था कि प्रदेश में यह विचारणीय विषय है कि काफी बड़ी संख्या होते हुए भी राजस्थान में अब तक कोई जाट मुख्यमंत्री नहीं बना जबकि कुंभाराम आर्य, परसराम मदेरणा, नाथूराम मिर्धा, रामनिवास मिर्धा, दौलतराम सारण जैसे संघर्षशील और कर्मठ नेता इस समाज ने दिए।
- रामनिवास मिर्धा के पोत्र और परसराम मदेरणा के दौहिते और दोनों परिवारों की सांझा विरासत के हकदार राघवेन्द्र मिर्धा पर सबकी नजरे टिकी है, राघवेन्द्र विदेश से उच्च शिक्षित है साथ ही उन्होंने रामनिवास मिर्धा के साथ राजनीती की बारीकियां सीखी है, उनकी राजनीती अलग है अभी तक उन्होंने Read more
- रामनिवास मिर्धा के पोत्र और परसराम मदेरणा के दौहिते और दोनों परिवारों की सांझा विरासत के हकदार राघवेन्द्र मिर्धा पर सबकी नजरे टिकी है, राघवेन्द्र विदेश से उच्च शिक्षित है साथ ही उन्होंने रामनिवास मिर्धा के साथ राजनीती की बारीकियां सीखी है, उनकी राजनीती अलग है अभी तक उन्होंने Read more
- राजस्थान संस्था संघ के मुख्य संरक्षक पूर्व केंद्रीय मंत्री रामनिवास मिर्धा के सानिध्य में होने वाले इस समारोह में मुख्यमंत्री गहलोत को मुख्य अतिथि और केंद्रीय महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती कृष्णा तीरथ एवं दिल्ली सरकार के लोक निर्माण मंत्री राजकुमार चौहान को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
- मौजूदा दौर में जबकि राजनीति भ्रष्टाचार, स्वार्थपरता व पदलोलुपता के कारण बदनाम हो चली है, ऐसे में सहसा पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वर्गीय श्री रामनिवास मिर्धा का नाम जेहन उभर आता है, जिनका पूरा जीवन सिद्धांतवादी, ईमानदारी और सकारात्मक राजनीति की पाठशाला सा रहा है, जो कि आज भी नई Read more
- मौजूदा दौर में जबकि राजनीति भ्रष्टाचार, स्वार्थपरता व पदलोलुपता के कारण बदनाम हो चली है, ऐसे में सहसा पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वर्गीय श्री रामनिवास मिर्धा का नाम जेहन उभर आता है, जिनका पूरा जीवन सिद्धांतवादी, ईमानदारी और सकारात्मक राजनीति की पाठशाला सा रहा है, जो कि आज भी नई पीढ़ी को राजनीति के जरिए जनसेवा का पाठ पढ़ाता है।
- नागौर की राजनीति मे आजादी के बाद वर्ष 1952 के पहले विधानसभा चुनाव मे जिले की मेडता से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडकर विधायक बनने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री नाथूराम मिर्धा एवं वर्ष 1962 मे नागौर से विधायक बनने के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामनिवास मिर्धा का केन्द्र एवं राज्य की राजनीति मे लम्बा वर्चस्व रहा लेकिन श्री रामनिवास मिर्धा के पुत्र श्री हरेन्द्र मिर्धा के गत दो विधानसभा चुनाव हार जाने के बाद कांग्रेस ने इस बार उन्हे टिकट नहीं दिया।
- नागौर की राजनीति मे आजादी के बाद वर्ष 1952 के पहले विधानसभा चुनाव मे जिले की मेडता से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लडकर विधायक बनने वाले पूर्व केन्द्रीय मंत्री नाथूराम मिर्धा एवं वर्ष 1962 मे नागौर से विधायक बनने के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामनिवास मिर्धा का केन्द्र एवं राज्य की राजनीति मे लम्बा वर्चस्व रहा लेकिन श्री रामनिवास मिर्धा के पुत्र श्री हरेन्द्र मिर्धा के गत दो विधानसभा चुनाव हार जाने के बाद कांग्रेस ने इस बार उन्हे टिकट नहीं दिया।