राम की शक्तिपूजा वाक्य
उच्चारण: [ raam ki shektipujaa ]
उदाहरण वाक्य
- महाप्राण निराला की ' राम की शक्तिपूजा ' की याद दिलाती वह कविता, सच में, अनूठी और अद्भुत थी अपनी कहन में।
- वह नहीं माने और जबरन मुझ को अपने पास बिठा लेते और राम की शक्तिपूजा की पंक्तिओं के क्लिष्ट शब्दों के अर्थ समझाने लगते।
- अबोल-कुबोल ' सुनना पड़ा? एक लेखक ने तो उनकी कालजयी कविता ‘ राम की शक्तिपूजा ' को सांप झाड़ने का मंत्र बता दिया.
- निराला की वे रचनाएं जो भारतीय मानस के अनुकूल थीं यथा ' तुलसीदास ' और ' राम की शक्तिपूजा ' आदि की उपेक्षा की गई।
- उनकी कविता ‘ राम की शक्तिपूजा ' में भाषा का युध् द कौशल देखा जा सकता है जिसमें भाषा के तदनुरुपिणी होने पर जोर देते हैं।
- ' राम की शक्तिपूजा ' के राम की तरह पता नहीं कभी उन्हें यह भान हुआ या नहीं कि ' कहती थीं माता मुझे सदा राजीवनयन।
- ‘ छोड़ दो समर जब तक न सिध्दि हो रघुनन्दन '-ये पंक्तियाँ सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की मशहूर कालजयी कविता ‘ राम की शक्तिपूजा ' की हैं।
- आधुनिक युग की सर्वश्रेष्ठ मानी जाने वाली उनकी कविता ‘ राम की शक्तिपूजा ' में उन्होंने ‘ रामचरितमानस ' से कुछ शब्द और भाव लिये हैं.
- किसी ने चुनौती देते हुए जोड़ा कि निराला की कविता ‘ राम की शक्तिपूजा ' यदि नकल पर आधारित है तो इसका असल अंग्रेजी रूप ही दिखा दीजिए।
- अपने युग का विषय, यथार्थ और उससे उबरने की साधना उनकी तीन प्रबंधात्मक दीर्घ कविताओं-तुलसीदास, सरोजस्मृति और राम की शक्तिपूजा में प्रकट हुई हैं।