लग्न भाव वाक्य
उच्चारण: [ legan bhaav ]
उदाहरण वाक्य
- Û सप्तमेश त्रिक भाव में पाप युत हो तथा मंगल लग्न भाव में हो।
- लग्न भाव-कुंडली में प्रथम भाव को लग्न या तन भाव कहते है.
- लग्न भाव की राशि किसी भी व्यक्ति को समझने जानने का माध्यम हो सकती है।
- प्रस्तुत कुंडली संखया-2 में सप्तमेश मंगल-द्वितीयेश बुध के साथ लग्न भाव में स्थित है।
- यदि लग्न भाव से मंगल व शनि का संबंध हो तो जातक इंजीनियर होता है।
- वृश्चिक राशि वृश्चिक राशि वालों के लिए राहु लग्न भाव में गोचर कर रहा है।
- लग्न भाव में मिथुन, कन्या, तुला व कुम्भ राशियाँ बलवान मानी जाती हैं।
- वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल लग्न भाव में वृश्चिक राशि में गोचर कर रहा है।
- (लग्न भाव) से लेकर द्वादश भाव तक स्थिति के अनुसार 12 प्रकार के ‘
- लग्न भाव में ही भाग्य के स्वामी, कर्म के स्वामी और लाभ के स्वामी बैठे हैं।