वामनावतार वाक्य
उच्चारण: [ vaamenaavetaar ]
उदाहरण वाक्य
- सृष्टि को उबारने के बाद मत्स्यावतार का क्या हुआ, या बली को पैदल कर देने के बाद वामनावतार कहां गए, इसका कोई जिक्र नहीं है।
- तब भगवान विष्णु ने बौने ब्राह्मण का अवतार ग्रहण किया, जिसे वामनावतार कहा जाता है, और बलि के पास पहुंचकर उनसे तीन पग भूमि दान करने के लिए कहा...
- 1 सितम्बर: भौम-प्रदोष व्रत (ऋण-मोचन हेतु), वामन द्वादशी व्रत, वामनावतार जयंती, विजया द्वादशी, श्यामबाबा द्वादशी-ज्योति, भुवनेश्वरी महाविद्या जयंती, इन्द्र-पूजा प्रारम्भ (मिथिलांचल), पयोव्रत प्रारम्भ, कदली व्रत, कल्कि द्वादशी, द्वादशी व्रत (जैन)
- वामनावतार कथा-पौराणिक एक सौ 100 यज्ञ पूर्ण कर लेने पर दानवेन्द्र राजा बलि के मन में स्वर्ग का प्राप्ति की इच्छा बलवती हो गई तो का सिंहासन डोलने लगा।
- वामनावतार के रूप में विष्णु ने बली को यह पाठ दिया कि दंभ तथा अहंकार से जीवन में कुछ हासिल नहीं होता है और यह भी कि धन-संपदा क्षणभंगुर होती है।
- कुछ पौराणिक कथाओं में इसका जिक्र है जिसके अनुसार भगवान विष्णु के वामनावतार ने भी राजा बलि के रक्षासूत्र बांधा था और उसके बाद ही उन्हें पाताल जाने का आदेश दिया था।
- तब भगवान विष्णु ने बौने ब्राह्मण का अवतार ग्रहण किया, जिसे वामनावतार कहा जाता है, और बलि के पास पहुंचकर उनसे तीन पग भूमि दान करने के लिए कहा...
- दूसरा विवरण अधिकांश पुराणों में वामनावतार के रूप में मिलता है जिस में बलि से तीन पग भूमि दान में प्राप्त कर वामन रूपी विष्णु तीनों लोक नाप डालते हैं और बलि को रसातल में भेज देते हैं।
- दूसरा विवरण अधिकांश पुराणों में वामनावतार के रूप में मिलता है जिस में बलि से तीन पग भूमि दान में प्राप्त कर वामन रूपी विष्णु तीनों लोक नाप डालते हैं और बलि को रसातल में भेज देते हैं।
- उनके हिसाब से जाति भारतीय समाज की बुनियाद का काम भी करती थी और उसके ऊपर बने ढांचे का भी. उन्होंने शूद्रातिशूद्र राजा, बालिराज और विष्णु के वामनावतार के संघर्ष का बार-बार ज़ िक्र किया है.