विशाखदत्त वाक्य
उच्चारण: [ vishaakhedtet ]
उदाहरण वाक्य
- अश्वघोष, भास, भवभूति, बाणभट्ट, भारवि, माघ, श्रीहर्ष, शूद्रक, विशाखदत्त आदि कवि और नाटककारों को अपने अपने क्षेत्रों में अत्यंत उच्च स्थान प्राप्त है।
- इसमें साहित्य और राजनीति के तत्त्वों का मणिकांचन योग मिलता है, जिसका कारण सम्भवतः यह है कि विशाखदत्त का जन्म राजकुल में हुआ था।
- विशाखदत्त की दो अन्य रचनाओं-देवी चन्द्रगुप्तम्, राघवानन्द नाटकम्-का भी उल्लेख मिलता है, किन्तु उनकी प्रसिद्धि का मूलाधार ‘ मुद्राराक्षस ' ही है।
- विशाखदत्त की दो अन्य रचनाओं-देवी चन्द्रगुप्तम्, तथा राघवानन्द नाटकम्-का भी उल्लेख मिलता है, किन्तु उनकी प्रसिद्धि का मूलाधार ‘मुद्राराक्षस' ही है।
- इसमें साहित्य और राजनीति के तत्त्वों का मणिकांचन योग मिलता है, जिसका कारण सम्भवतः यह है कि विशाखदत्त का जन्म राजकुल में हुआ था।
- विशाखदत्त की दो अन्य रचनाओं-देवी चन्द्रगुप्तम्, तथा राघवानन्द नाटकम्-का भी उल्लेख मिलता है, किन्तु उनकी प्रसिद्धि का मूलाधार ‘मुद्राराक्षस' ही है।
- उपन्यास में वर्णित ऐयारों के घात-प्रतिघात विशाखदत्त के ‘ मुद्राराक्षस ' में वर्णित चाणक्य और राक्षस के राजनीतिक दांव-पेचों का स्मरण करा देते हैं।
- इसमें साहित्य और राजनीति के तत्त्वों का मणिकांचन योग मिलता है, जिसका कारण सम्भवतः यह है कि विशाखदत्त का जन्म राजकुल में हुआ था।
- इसके अतिरिक्त “ नाट्यशास्त्र ” के इस ग्रंथ में अनेक दुर्लभ नाटकों के भी उद्धरण आए हैं, यथा विशाखदत्त द्वारा विरचित “ देवीचन्द्र गुप्त ” ।
- महाकवि ' विशाखदत्त ' रचित संस्कृत नाट्य “ मुद्राराक्षस ” में राक्षस की मुद्रा अर्थात् अंगूठी को चाणक्य का एक शिष्य चोरी कर के ही लाता है।