विश्व साक्षरता दिवस वाक्य
उच्चारण: [ vishev saakesretaa dives ]
उदाहरण वाक्य
- विश्व साक्षरता दिवस पर हम भले ही अपनी पीठ थपथपा लें, इस अभियान में मिली उपलब्धियों पर इतरा लें लेकिन हकीकत तो यह है संपूर्ण साक्षरता अभियान के एक महत्वपूर्ण कड़ी सतत शिक्षा परियोजना जिले में लागू नहीं हो सकी।
- छावनी के सुभाष पार्क में विश्व साक्षरता दिवस के मौके पर यूएन ग्लोबल गार्ड के तत्वावधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विकास भटेजा ने साक्षरता को किसी देश की सफलता और खुशहाली की...
- विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर सोमवार को लायंस क्लब आफ मुंगेर सिटी के द्वारा दुर्गा संस्कृत प्राथमिक सह मध्य विद्यालय बेटवन बाजार में विश्व साक्षरता दिवस एक समारोह का अयोजन कर बच्चों के बीच पाठय सामग्री का वितरण किया गया।
- विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर सोमवार को लायंस क्लब आफ मुंगेर सिटी के द्वारा दुर्गा संस्कृत प्राथमिक सह मध्य विद्यालय बेटवन बाजार में विश्व साक्षरता दिवस एक समारोह का अयोजन कर बच्चों के बीच पाठय सामग्री का वितरण किया गया।
- बिहारशरीफ विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर नगर साक्षरता समिति के तत्वावधान में सोमवार को नगर स्तरीय साक्षरता सम्मेलन एवं रैली का आयोजन स्थानीय सोगरा उच्च विद्यालय में किया गया जिसमें कुल 46 वार्डो के अलावे भारी संख्या में साक्षरता कर्मियों ने भाग...
- विश्व में साक्षरता के महत्व को ध्यान में रखते हुए ही संयुक्त राष्ट्र के शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने १ ७ नवंबर, १ ९ ६ ५ को आठ सितंबर का दिन विश्व साक्षरता दिवस के लिए निर्धारित किया था.
- विश्व साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य में अक्षय प्रतिष्ठान चिडावा द्वारा नि: शक्त बच्चों की पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमे संस्थान के 48 बच्चों ने भाग लिया जिसमें प्रथम स्थान पर अजीज खान द्वितीय स्थान पर उसमान खान व तृतीय स्थान पर राकेश कुमार रहे।
- चांग-!-हर शिक्षित व्यक्ति का यह कर्तव्य बनता है कि वह कम से कम एक निरक्षर व्यक्ति को साक्षर जरूर करें ताकि वह भी विश्व में होने वाली हर घटना की जानकारी ले सकें। यह बात राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बामला के मुख्याध्यापक जयबीर नाफरिया ने विश्व साक्षरता दिवस पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति सिर्फ एक निरक्षर व्यक्ति को भी साक्षर करने का बीड़ा उठाए तो निरक्षरता जड़ से खत्म हो सकती है।
- जाप्र, मुजफ्फरपुर हम लाख साक्षरता दिवस मनाएं, लेकिन मुनिया बेटी के कदम आज भी स्कूलों की चौखट तक नहीं पहुंच पाए हैं। करोड़ों रुपये खर्च के बावजूद जिले के सरमसपुर हरिजन टोले तक साक्षरता की गाड़ी नहीं पहुंच पाई है। डेढ़ हजार आबादी वाले इस गांव में गइया-बकरी चरती जाय, मुनिया बेटी पढ़ती जाय का नारा खोखला साबित हो रहा है। वर्षो नाक रगड़ने के बाद भी इस गांव में और इसके आस-पास चल रहे नौ सरकारी एवं निजी शैक्षिक केंद्र एक प्रतिशत लोगों को भी साक्षर नहीं कर पाए। विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर इस ग