वेदत्रयी वाक्य
उच्चारण: [ vedetreyi ]
उदाहरण वाक्य
- जो विधाता (ब्रह्माजी) को वेदत्रयी के नाम से प्रसिद्ध मुख्य वेदों का, महाविष्णु को योग का, शंकर को आगमों का और सूर्यदेव को विद्या के रहस्य का उपदेश देते हैं, उन कवियों के बुद्धिनाथ एवं कवि गणेशजी को मैं नमस्कार करता हूँ।
- अर्थात गाय में, वेद में, ॐकार में, द्वादशाक्षर मन्त्र (ॐ नमो भगवते वासुदेवाय) में, सूर्य में, गायत्री में, वेदत्रयी में, अंतर नहीं है ये सब साक्षात् भगवत्स्वरूप ही है भागवत का श्रवण करना, भगवान् का चिंतन करना, तुलसी की पूजा करना, जल सींचना और गाय की सेवा करना, कहते है कि इनमे कोई अंतर नहीं है