वेदांग ज्योतिष वाक्य
उच्चारण: [ vaanega jeyotis ]
उदाहरण वाक्य
- ऋक्-ज्योतिष, यजुर्वेद-ज्योतिष तथा अथर्व-ज्योतिष में से वेदांग ज्योतिष का स्वतन्त्र ग्रन्थ यही कहा जा सकता है।
- इतना निश्चित है कि ये वेदांग ज्योतिष तथा बराहमिहिर के समय के भीतर प्रचलित हो चुके थे।
- इतना निश्चित है कि ये वेदांग ज्योतिष तथा बराहमिहिर के समय के भीतर प्रचलित हो चुके थे।
- ऋक्-ज्योतिष, यजुर्वेद-ज्योतिष तथा अथर्व-ज्योतिष में से वेदांग ज्योतिष का स्वतन्त्र ग्रन्थ यही कहा जा सकता है।
- वेदांग ज्योतिष मे कहा गया है-“वेदा हि यज्ञार्थयभिप्रवृत्ता “ अर्थात् वेद भी यज्ञों के लिए प्रवृत्त हुए।
- प्राचीन भारतीय वैज्ञानिकों का गणित के प्रति अगाध प्रेम वेदांग ज्योतिष के इस श्लोक में प्रतिध्वनि होता है-
- ‘गणित ' का प्राचीनतम प्रयोग लगध ऋषि द्वारा प्रोक्त वेदांग ज्योतिष नामक ग्रन्थ का एक श्लोक में माना जाता है।
- वेदांग ज्योतिष की बातों को भी तिलक तभी मानते हैं जब उनकी पुष्टि या वैसे संकेत संहिताओं से मिलते हैं।
- वेदांग ज्योतिष और सिद्धांत ज्योतिष काल के भीतर कोई ज्योतिष काल के भीतर कोई ज्योतिष गणना का ग्रंथ उपलब्ध नहीं होता।
- इसके पश्चात् वेदांग ज्योतिष का काल आता है, जो ईo पूo 1,400 वर्षों से लेकर ईo पूo 400 वर्ष तक है।