षड्ज वाक्य
उच्चारण: [ sedj ]
उदाहरण वाक्य
- संहति में कई स्वरों का मधुर मेल होता है, जैसे स, ग, प (षड्ज, गांधार, पंचम) की संगति।
- उद्रातुकामा-क्योंकि यक्ष-पत्नी देवयोनि की थी, इसलिये गान्धार ग्राम में गाने की इच्छा रखती थी, जबकि मनुष्य षड्ज या मध्यम ग्राम में गाते हैं।
- एक व्याख्या के अनुसार जैसे षड्ज की उत्पत्ति छः स्थानों [नासिका, कंठ, उर, तालु, जिह्वा, दंत] से होती है.
- शायद प्रभाववादी संगीतकारों द्वारा प्रयुक्त सबसे उल्लेखनीय नवोन्मेष दीर्घ सप्तम तार का पहला प्रयोग और तार संरचना का गांधार से पंचम और षड्ज स्वरसंगति तक विस्तार रहा है.
- रवि मुख्य गृह है इसी दृष्टिकोण से यदि संगीत के विषय में देखा जाये तो ‘ सा ' अथवा षड्ज को सभी स्वरों का पिता माना गया है।
- इन स्वरों के ऋषिभी `रत्नाकर ' में बताए हैं, जो षड्ज के अग्नि, ऋषभ के ब्रह्मा, गान्धारके चन्द्रमा, मध्यम के विष्णु, प़्अञ्चम के नारद तथा धैवत व निषाद केदृष्टा तुम्बुरू हैं.
- ऐसे और भी नियम बनाये गये थे जैसे षड्ज यानी ‘ सा ' का हर राग में होना बहुत ही जरूरी है क्योंकि वही तो हर राग का आधार है।
- शायद सैकड़ों किलोमीटर होगी, लेकिन संगीत की सरहद में सांसें लेने वालों के लिए इन दो शहरों की दूरी तानपूरे के दो तारों जितनीभर है-षड्ज और पंचम-कुल जमा इतनी ही.
- गायन में सम पर आमद किसी प्रतिक्रमण से कम नहीं, षड्ज पर विराम परिनिर्वाण से कम नहीं और अमीर खां की गायकी में ये तत्व पूरी धज के साथ मौजूद हैं।
- षड्ज (सा) एक मात्र स्वर है जो अन्य छः स्वरों का जन्म दाता भी कहा गया है क्योंकि उसी के आधार पर अन्य स्वरों की स्थिति तय होती है।