सप्तक्रांति वाक्य
उच्चारण: [ septekraaneti ]
उदाहरण वाक्य
- तमाम समाजवादी जब लोहिया के उस नारे को दोहराते हैं कि ‘सोशलिस्टों ने बांधी गांठ पिछड़ा पावे सौ में साठ ' तब वे यह भूल जाते हैं कि लोहिया की सप्तक्रांति का पहला सूत्र नर-नारी समता का था।
- मुजफ्फ़रपुर: रेल प्रशासन यात्रियों के सुरक्षा के प्रति कितनी सजग है, यह इसी बात से पता लगता है कि अनुरक्षण के दौरान मुजफ्फरपुर डिपो की प्राइमरी गाड़ी सप्तक्रांति एक्सप्रेस के पैंट्री कार को खाली नहीं कराया जाता है.
- बगहा: बिहार में पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर रेल मंडल के बगहा और खड़पोखरा रेलवे स्टेशनों के बीच आज सुबह दिल्ली से मुजफफरपुर आ रही 12558 डाऊन सप्तक्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन चालक की सूझबूझ से दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गयी।
- सप्तक्रांति एक्सप्रेस 16 फरवरी 2013 से नये समय के मुताबिक 12. 35 मिनट पर मुजफ्फरपुर से खुल कर 13.51 में मोतिहारी, 14.35 में बेतिया, 15.23 नरकटियागंज, 16.02 में बगहा, 18.20 में गोरखपुर, 23.40 में लखनउ व अगले दिन सुबह 7.30 बजे आनंद विहार पहुंचेगी.
- रेलवे सूत्रों ने यहां बताया कि सुबह सवा सात बजे सप्तक्रांति सुपरफास्ट ट्रेन बगहा और खड़पोखरा स्टेशनों के बीच तिरहुत नहर रेल पुल से गुजर रही थी तभी पुल पर लगे लोहे का प्लेट वातानुकूलित बी. टू बोगी के चक्के में फंस गया।
- पुलिस के अनुसार, बगहा रेलवे स्टेशन पर सोमवार को अन्ना विचार मंच और अन्ना हजारे के समर्थकों ने वाल्मीकिनगर के सांसद वैद्यनाथ महतो और गोपालगंज के सांसद पूर्णमासी राम को सप्तक्रांति एक्सप्रेस रेलगाड़ी से उस समय उतरवाया जब वह दिल्ली रवाना हो रहे थे।
- डॉ. लोहिया के सप्तक्रांति के सपने का एक महत्त्वपूर्ण पहलू नर-नारी समानता है और जयप्रकाश नारायण ने जब संपूर्ण क्रांति की विचारधारा रखी तो उसकी व्याख्या के क्रम में उन्हें यह कहने में कोई संकोच नहीं हुआ कि डॉ. लोहिया की सप्तक्रांति ही उनकी संपूर्ण क्रांति है।
- डॉ. लोहिया के सप्तक्रांति के सपने का एक महत्त्वपूर्ण पहलू नर-नारी समानता है और जयप्रकाश नारायण ने जब संपूर्ण क्रांति की विचारधारा रखी तो उसकी व्याख्या के क्रम में उन्हें यह कहने में कोई संकोच नहीं हुआ कि डॉ. लोहिया की सप्तक्रांति ही उनकी संपूर्ण क्रांति है।
- सन् 1974 के बिहार जन आंदोलन के क्रम में लोकनायक जयप्रकाश ने सम्पूर्ण क्रांति का आह्वान किया जिसका अर्थ सम्पूर्ण व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन का संदेश है किंतु जेपी ने अपनी उद्घोषणा को उस तरह स्पष्ट नहीं किया है, जिस तरह डा. लोहिया ने अपने सप्तक्रांति की घोषणा को किया है।
- 1974 मे भी लोकनायक जयप्रकाश नारायण के ‘ सप्तक्रांति ' / सम्पूर्ण क्रान्ति आंदोलन मे नानाजी देशमुख को आगे करके संघ और जनसंघ ने अपनी घुसपैठ कर ली थी और उसी के परिणामस्वरूप मोरारजी देसाई की जनता सरकार मे अटल बिहारी बाजपेयी ‘ विदेश ' तथा आडवाणी साहब ‘ सूचना व प्रसारण मंत्री ' बन सके थे।