सप्त ऋषि वाक्य
उच्चारण: [ sept risi ]
उदाहरण वाक्य
- ावा मानसा जाता येषां लोक इमाः प्रजाः ॥ पुरा सप्त ऋषि चार मनु उपजे मम संकल्प जिनसे इस संसार में वर्णित सृष्टि अकल्प।।
- सप्त ऋषि आसमान में अपने-अपने स्थानों में पहुँचकर सप्तर्षि मण्डल के रूप में प्रकाशित होते हुए, ध्रुव की प्रदक्षिणा करते घूमने लगे।
- [34] कई स्थानों पर पितर लोग सप्त ऋषियों जैसे सम्बोधित किये गये हैं[35] और कभी-कभी नवग्व एवं दशग्व भी सप्त ऋषि कहे गये हैं।
- यह संसार इसलिए सुखमय है, क्यूँकी ५००० वर्ष पूर्व, श्री कृष्ण ने यह विश्व युद्ध या कहीये महाभारत सनातन धर्म मैं सप्त ऋषि की अवधारणा
- दूर दूर तक कोई कृत्रिम रोशनी न होने से आसमान में ढेर सारे तारे दिखते. ओर हम उनमे सप्त ऋषि,शुक्र मंगल बृहस्पति ढूँढते रहते.
- अर्थात ब्रह्मा, विष्णु, महेश / सप्त ऋषि चिंतित थे / चिंता का कारण था-ब्रह्मा, विष्णु और महेश में कौन बड़ा है?
- पृथ्वी से देखने पर पास-पास दिखने वाले कई तारों का इस समूह को भारतीय खगोलशास्त्र और हिन्दू धर्म में सप्त ऋषि की पत्नियां भी कहा गया है।
- पृथ्वी से देखने पर पास-पास दिखने वाले कई तारों का इस समूह को भारतीय खगोलशास्त्र और हिन्दू धर्म में सप्त ऋषि की पत्नियां भी कहा गया है।
- जल प्रलय के समय वैवस्वत मनु के साथ सप्त ऋषि भी बच गए थे और अन्य जीव, जंतु तथा प्राणियों को भी बचा लिया गया था।
- ध्रुवमत्स्य / अक्षि (Little Bear or Ursa Minor): यह सप्त ऋषि के पास उसी शक्ल का है इसके सबसे पीछे वाला तारा ध्रुव तारा है।