साइनोसाइटिस वाक्य
उच्चारण: [ saainosaaitis ]
उदाहरण वाक्य
- होम्योपैथिक चिकित्सकों के मतानुसार अडूसा से नाक से छींक आना, सर्दी से खांसी हो जाना, एलर्जी होना, गला बैठना, कुकरखांसी (हूपिंग कफ) व साइनोसाइटिस जैसे रोगों में काफी लाभ होता है।
- बीमारी के चार प्रकार एक्यूट साइनोसाइटिस-चार हफ्तों से कम समय सबएक्यूट साइनोसाइटिस-चार हफ्तों से ज्यादा समय तक क्रॉनिक साइनोसाइटिस-आठ या अघिक हफ्तों तक रिकरंट साइनोसाइटिस-तीन या इससे अघिक बार एक ही साल में साइनोसाइटिस होने पर।
- बीमारी के चार प्रकार एक्यूट साइनोसाइटिस-चार हफ्तों से कम समय सबएक्यूट साइनोसाइटिस-चार हफ्तों से ज्यादा समय तक क्रॉनिक साइनोसाइटिस-आठ या अघिक हफ्तों तक रिकरंट साइनोसाइटिस-तीन या इससे अघिक बार एक ही साल में साइनोसाइटिस होने पर।
- बीमारी के चार प्रकार एक्यूट साइनोसाइटिस-चार हफ्तों से कम समय सबएक्यूट साइनोसाइटिस-चार हफ्तों से ज्यादा समय तक क्रॉनिक साइनोसाइटिस-आठ या अघिक हफ्तों तक रिकरंट साइनोसाइटिस-तीन या इससे अघिक बार एक ही साल में साइनोसाइटिस होने पर।
- इनमें पुरानी गम्भीर बीमारी का बिगड़ना जैसे ऊपरी रेस्पाइरेटरी ट्रेक्ट की बीमारियाँ (साइनोसाइटिस, ओटाइटिसमिडिया तथा क्रूप), लोअर रेस्पाइरेटरी ट्रेक्ट की बीमारियाँ (न्यूमोनिया, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा) तथा हृदय सम्बंधी बीमारियाँ मायोकार्डाइटिस व पेरीकार्डाइटिस प्रमुख हैं।
- सर्दी होने पर ध्यान दें मामूली सर्दी होने पर ध्यान न रखने से साइनोसाइटिस की समस्या हो सकती है या फिर पहले से नाक के रास्ते में रूकावट का होना लंबी सर्दी के बाद साइनोसाइटिस के रूप में उभरकर आ सकती है।
- सर्दी होने पर ध्यान दें मामूली सर्दी होने पर ध्यान न रखने से साइनोसाइटिस की समस्या हो सकती है या फिर पहले से नाक के रास्ते में रूकावट का होना लंबी सर्दी के बाद साइनोसाइटिस के रूप में उभरकर आ सकती है।
- फेफड़ों में संक्रमण (न्यूमोनिया), मेनिन्जाइटिस (मस्तिष्क में संक्रमण), बैक्टेरेमिया (रक्त में संक्रमण), ओटाइटिस मेडिया (कानों में संक्रमण) और साइनोसाइटिस (साइनस संक्रमण) आदि को न्यूमोकॉकल बीमारियां कहा जाता है.
- यह लगभग सभी रोगों जैसे श्वासकष्ट, सिरदर्द, ऐलर्जी, साइनोसाइटिस, अस्थिसंध-शोथ, रक्तचाप, कमरदर्द, सर्वाइकल स्पोन्डिलाइटिस, जुकाम, मधुमेह, पेप्टिक अल्सर, स्क्लिरोडर्मा, पाइल्स, हिपेटाइटिस, माइग्रेन, माहवारी विकार आदि में काम करती है।
- नाक बंद होना, गले में खिचखिच या सांस लेने में मुश्किल होना तो मामूली जुकाम या एलर्जी के लक्षण भी हो सकते हैं, लेकिन ये लक्षण 12 हफ्तों से ज्यादा समय तक आपका पीछा कर रहे हैं तो ये क्रॉनिक साइनोसाइटिस हो सकता है।