सियारामशरण गुप्त वाक्य
उच्चारण: [ siyaaraameshern gaupet ]
उदाहरण वाक्य
- गाँधीजी के व्यक्तित्व और विचारों से प्रभावित युगीन कवियों में मैथिलीशरण गुप्त, सियारामशरण गुप्त, माखनलाल चतुर्वेदी, सोहनलाल द्विवेदी तथा भवानीप्रसाद मिश्र प्रमुख हैं।
- उसके लिए सभा में स्वागत भाषण मैथिलीशरण गुप्तजी को पढना था किन्तु चिरगांव में उपस्थित न होने के कारण वह जम्मेदवारी सियारामशरण गुप्त के जिम्मे आन पडी थी।
- सियारामशरण गुप्त और मुक्तिबोध जैसे अनेक उदाहरणों के बीच काशीनाथ सिंह ही साहित्य में ऐसे छोटे भार्इ हैं जिन्होंने अपनी रचनात्मकता हर तरह से सिद्ध कर दिखार्इ है।
- इसमें द्विवेदी युग के मैथिलीशरण गुप्त, सियारामशरण गुप्त, रामनरेश त्रिपाठी आदि कुछ कवि तो कार्यरत रहे ही अन्य अनेक सशक्त कवियों का भी महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है।
- जो सांस्कृतिक चेतना ‘ प्रसाद ' में गूढ़ अध्ययन के सहारे जागी जान पड़ती है ** वह अधिक स्वाभाविक और स्वच्छ रूप से सियारामशरण गुप्त में लक्षित होती है।
- रनाथ रेणु · निर्मल वर्मा · खुशवंत सिंह · मास्ति वेंकटेश अय्यंगार · किशोरी दास वाजपेयी · जानकी वल्लभ शास्त्री · मनोहर श्याम जोशी · सियारामशरण गुप्त · बनारसीदास चतुर्व
- निर्मल वर्मा · खुशवंत सिंह · मास्ति वेंकटेश अय्यंगार · किशोरी दास वाजपेयी · जानकी वल्लभ शास्त्री · मनोहर श्याम जोशी · सियारामशरण गुप्त · बनारसीदास चतुर्वेदी · सुदर्शन · कृश्न
- इस बात पर ध्यान केन्द्रित करते हुए यह साफ दिखलायी देने लगा कि गाँव का सच वह नहीं है जो टैगोर, प्रेमचंद से लेकर सियारामशरण गुप्त तक देखने में आता था.
- उन्होंने किताबों के पन्ने पेश कर साबित करने की कोशिश की कि प्रेमचंद, रेणु, कमलेश्वर, भीष्म साहनी, भगवतीचरण वर्मा, सियारामशरण गुप्त आदि भी ' गलौच ' लिखते थे।
- इस बात पर ध्यान केन्द्रित करते हुए यह साफ दिखलायी देने लगा कि गाँव का सच वह नहीं है जो टैगोर, प्रेमचंद से लेकर सियारामशरण गुप्त तक देखने में आता था.