सुषमा वर्मा वाक्य
उच्चारण: [ susemaa vermaa ]
उदाहरण वाक्य
- सुषमा वर्मा आज ख्वाब लिख रही हैं खुली आँखों के ख्वाब और साथ में प्रेमी का हर पल दीदार हो रहा हो जिसे हर शय में वो ही दीखता हो जिसे तभी तो कह रही हैं कहीं होऊं मैं मगर तुम्ही को ढूंढती हूँ मैं क्योंकि तुम पर विश्वास करती हूँ प्रेम और समर्पण के भावों से सराबोर एक स्त्री मन के भावों को यूँ बयां करती हैं और अपने ख्वाब औरख्वाहिशें रख दी हैं जो एक किताब में बंद हैं कहीं तब तक जब तक कोई पढने वाला, उन पंक्तियों को गुनने वाला न मिल जाए.