सोजे वतन वाक्य
उच्चारण: [ soj vetn ]
उदाहरण वाक्य
- नवाब राय प्रेमचंद हुए और उर्दू-हिंदी साहित्य को कल्पनालोक से बाहर निकालकर यथार्थ की ठोस जमीन पर ला खड़ा करने की जो शुरुआत उन्होंने सोजे वतन के रूप में की थी, उसे प्रगतिशील साहित्य के बुलंद परचम का रूप दे दिया.
- सप्तसरोज, नमक का दरोगा, प्रेम पचीसी, प्रेम प्रसून, सोजे वतन, नवनिधि, प्रेम पूर्णिमा, प्रेम द्वादशी, प्रेम प्रतिमा, प्रेम प्रमोद, प्रेम तीर्थ, पाँच फूल, प्रेम चतुर्थी, प्रेम प्रतिज्ञा, सप्त सुमन, प्रेम पंचमी, प्रेरणा, समर
- सोजे वतन ' नामक अपनी पुस्तिका के सरकार द्वारा जब्त करके जला दिये जाने के बाद 1910 में अपनाया था, ताकि उस गोरी सरकार की नौकरी में रहते हुए भी वह पूर्ववत् लिखते रह सकें और उन्हें फिर राजकोप का शिकार न बनना पड़े-उसका बचपन भी गाँव के और सब बच्चों की तरह खेलकूद में बीता, जो बचपन का अपना वरदान है।