सौभरि वाक्य
उच्चारण: [ saubheri ]
उदाहरण वाक्य
- गौ सेवा से ही भगवान श्री कृष्ण को भगवता, महर्षि गौतम, कपिल, च्यवन सौभरि तथा आपस्तम्ब आदि को परम सिद्धि प्राप्त हुई ।
- दीर्ष कालान्तर के बाद पुनः उन्हीं सौभरि वंशज श्री गोस्वामी कल्याण देव जी को श्री बलदेव जी ने स्वप्नादेश कर अपनी मूर्ति के प्रागट्य की आज्ञा दी।
- यादव नरेश शशबिंदु की कन्या बिंदुमती इनकी पत्नी थीं जिनसे मुचकुंद, अंबरीष और पुरुकुत्स नामक तीन पुत्र और 50 कन्याएँ उत्पन्न हुई थीं जो एक ही साथ सौभरि ऋषि से ब्याही गई थीं।
- हवा के झोंकों द्वारा उत्पन्न छोटी छोटी लहरें किनारे से आकर टकराती और हल्की सी मीठी ध्वनि उत्पन्न करतीं जो महात्मा सौभरि के मन को गुप्त ध्वनि के समान लगती और उसी को एकाग्र होकर सुनते।
- शाम के समय आस पास के गांवों की विभिन्न रंग की गाएं झुंड के झुंड गले में पडीं घंटियां बजाती हुई थकी मांदी थनों में दूध के भार को लिए जब लौटती तो उन्हें देखकर महात्मा सौभरि का मन झूम उठता।
- उनमें पूर्वोक् त सामर्थ्य कहाँ है? यहाँ तो केवल सौभरि, पराशर तथा नारदादि ब्रह्मर्षियों से ही तात्पर्य है, जिनसे कोई बुरा कर्म भी यदि हो जावे तो भी अपने अखण्ड सामर्थ्य के कारण वे माननीय ही हैं और उन्हीं के नाम पर सामान्यत: ब्राह्मण समाज की प्रशंसा मनु ने की है।