स्वामी लक्ष्मणानन्द वाक्य
उच्चारण: [ sevaami leksemnaanend ]
उदाहरण वाक्य
- उड़ीसा के कंधमाल जिले में वनवासियों के कल्याण हेतु अपना सम्पूर्ण जीवन खपा देने वाले स्वामी लक्ष्मणानन्द तथा उनके चार सहयोगियों की हत्या करने वाले ईसाई समुदाय के 7 व्यक्तियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी है।
- उड़ीसा के कंधमाल जिले में वनवासियों के कल्याण हेतु अपना सम्पूर्ण जीवन खपा देने वाले स्वामी लक्ष्मणानन्द तथा उनके चार सहयोगियों की हत्या करने वाले ईसाई समुदाय के 7 व्यक्तियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गयी है।
- जिस मजहब का संचालन आज भी भारत के बजाए इटली के रोम से होता हो, जिस संप्रदाय के अनुयायी हिन्दुओं के धार्मिक गुरू व समाज सेवक स्वामी लक्ष्मणानन्द जी का कत्ल करने का दुस्साहस कर सकते हों ।
- तुमुदिबंध क्षेत्र के जलस्पेटा आश्रम में गत 23 अगस्त को विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के नेता स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती और उनके चार शिष्यों की हत्या के बाद भड़की साम्प्रदायिक हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है।
- स्वामी लक्ष्मणानन्द के प्रयासों से वनवासी बेटियों की शिक्षा हेतु फुलबनी से 100 कि. मी. दूर जलेसपाटा में कन्या शाला स्थापित की गई थी, जहॉं 130 बालिकाएं वहीं बने छात्रावास में रहते हुए शिक्षा प्राप्त कर रहीं थी।
- घेरकर-हाँककर ” कर लाना फ़िर उनसे बिनायक सेन के समर्थन में रैली आयोजित करवाना तथा उड़ीसा में बड़ी सफ़ाई से स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती की हत्या करवाना जैसे बड़े काम, किसी “ ऐरे-गैरे ” के बस की बात नहीं है भईया … ======
- श्री आडवाणी ने इस वर्ष अगस्त में कंधमाल जिले में स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती की घृणित हत्या के बाद उड़ीसा और देश के अन्य स्थानों पर चर्चों तथा निर्दोष ईसाइयों पर हुई हिंसा और बर्बरताओं की घटनाओं की फिर से कड़े शब्दों में निन्दा की।
- राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मानस पुत्र स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती उड़ीसा के जनजातियों के बीच में चकाबाद नामक स्थान पर आश्रम बनाकर निवास करते और गुरूकुल संस्कृत विद्यालय चलाते तथा मुख्य रूप से धर्मान्तरण का आरोप लगाकर इसाइयों में दहशत पैदा करने का काम करते थे।
- स्वामी लक्ष्मणानन्द सरस्वती के निकट सहयोगी और उस हत्याकाण्ड की जाँच के लिये सतत विरोध प्रदर्शनों में भाग लेने वाले श्री रामचरण दास (उर्फ़ मौनी बाबा-उम्र 60 वर्ष) की कुछ हत्यारों ने पुरी में तलवारों से हत्या कर दी है … ।
- 23 अगस्त 2008 में स्वामी लक्ष्मणानन्द की हत्या का बहाना बनाकर आर. एस. एस. के अनुशांगिक संगठनों ने दलित आदिवासी ईसाईयों का कत्लेआम करना उनके घरों को जलाना, बलात्कार करना चर्चों को जलाना, जैसे तमाम क्रूर काम प्रारम्भ कर दिया था।