हिरण्यगर्भ वाक्य
उच्चारण: [ hirenyegarebh ]
उदाहरण वाक्य
- का आरम्भ हिरण्यगर्भ एवं महेश्वर के संवाद के रूप में मिलता है।
- इनके अधिदैवत अव्यक्त (मूल प्रकृति) ईश्वर हिरण्यगर्भ और विराट है।
- जल का यह रूप हिरण्यगर्भ में जन्मा अर्थात जल के गर्भ में जन्मा।
- वायु प्रधान हिरण्यगर्भ क्रियाशक्ति का तथा आदित्य प्रधान सर्वज्ञ ज्ञानशक्ति का उद्गम है।
- एक समय भारत वर्ष में हिरण्यगर्भ नामक नगर में एक योगिराज रहते थे।
- सर्वप्रथम: सर्वप्रथम हिरण्यगर्भ से अंडे के रूप का एक मुख प्रकट हुआ।
- (साधक अपना नाम ले) ऋष्यादिन्यास-1. हिरण्यगर्भ ऋषये नमः शिरसे।
- विष्णु पुराण में इस प्रकार वर्णन है: आदि में हिरण्यगर्भ ब्रह्म थे।
- पद्म पृथ्वी और हिरण्यगर्भ का प्रतीक है. पद्मपुराण में कहा गया है............
- इश्वर और ब्राह्मण के साथ फिर ” हिरण्यगर्भ ” का प्रकटन बताया गया ।