मूर्ख! उदाहरण वाक्य
उदाहरण वाक्य
- चित्ररथ के वचनों को सुन कर अर्जुन क्रोधित होकर बोले, “अरे मूर्ख! नदी, पहाड़, समुद्र पर किसी का भी कोई अधिकार नहीं होता।
- रास्ते में आकाशवाणी हुई-' मूर्ख! तू जिसे इतने प्रेम से पहुँचाने जा रहा है, उसी के आठवें गर्भ से उत्पन्न पुत्र तेरा वध करेगा।'
- उदयनः (देखकर, मुस्कान के साथ) मूर्ख! तू तोरणद्वार से गिरी हुई निशा की मन्द वायु से हिलती हुई इस पुष्पमाला को सर्प कह रहा है।
- उसका तिरस्कार करते हुए तीनों भाई एक साथ बोल पड़े-' मूर्ख! रात भर में क्या यही सब मिला?' लेकिन पिता ने कहा-'मुझे उत्तराधिकारी मिल गया।'
- मेरी अंतरात्मा कह रही है-अरे, मूर्ख! क्या प्राप्त हुआ तुझे राम-घोषणा से! राम दल ने तुझे चवन्नी-कार्यकत्र्ता के रूप में भी तो स्वीकार करना उचित नहीं समझा।
- चौथे मेढक ने, जो चाँदनी रात का आनंद ले रहा था, मुड़कर कहा कि तुम तीनों ने सोचा-ठीक है तो हम कैसे मूर्ख! हम तीनों कैसे ठीक हो सकते हैं?
- चौथे मेढक ने, जो चाँदनी रात का आनंद ले रहा था, मुड़कर कहा कि तुम तीनों ने सोचा-ठीक है तो हम कैसे मूर्ख! हम तीनों कैसे ठीक हो सकते हैं?
- इस गंदगी के नीचे गोली मार दी और एक सामान्य जीवन प्राप्त करने की कोशिश, तुम मूर्ख! कोई पुलिस को बुलाओ, और उसे एक सामान्य जीवन पाने के लिए, कि यदि संभव है.
- पिछले 65 सालों में हमने एक वर्ग की तिजोरियों को इतना भर दिया कि दुनिया के सौ अमीरों में उनके नाम हैं, और तुम मूर्ख! कपटी! देशद्रोही! देश की तरक्की में तुम्हारा यकीन ही नहीं।
- मौलवी चुपचाप सुनता रहा, तब उस दुष्ट ने सैयद का भी पीछा किया और रास्ते में रोककर कहा, “अरे मूर्ख! इस बाग में तुझे किसने बुलाया? अगर तू नबी सन्तान होता तो यह कुकर्म न करता।”