अमृतानुभव वाक्य
उच्चारण: [ ameritaanubhev ]
उदाहरण वाक्य
- उन्होने ज्ञानेश्वरी और ' ' अमृतानुभव '' दो महत्वपूण्र्
- उनके ग्रंथ अमृतानुभव तथा चांगदेव पासष्टी, वेदांत चर्चा से ओतप्रोत हैं।
- उनके ग्रंथ अमृतानुभव तथा चांगदेव पासष्टी, वेदांत चर्चा से ओतप्रोत हैं।
- फिर भी योगी ज्ञानेश्वर ने मराठों में ' अमृतानुभव ' लिखा जो अद्वैतवादी शैव परम्परा में आता है।
- संत ज्ञानेश्वर ने कुछ अन्य कृतियों की भी रचना की, जैसे अमृतानुभव, चांगदेवप्रशस्ति, हरिपथ और अभंग।
- कुछ नहीं सिर्फ़ प्रेम (संत ज्ञानेश्वर के ` अमृतानुभव ' के स्मरण सहित जिनकी छाया दो अंशों में है)
- इसके अतिरिक्त संत ज्ञानेश्वर के रचित कुछ अन्य ग्रंथ हैं-‘ अमृतानुभव ', ‘ चांगदेवपासष्टी ', ‘ योगवसिष्ठ टीका ' आदि।
- ज्ञानेश्वरी में स्फुरणरूप से अथवा बीजरूप से व्यक्त होनेवाला स्फूर्तिवाद ज्ञानेश्वर द्वारा उनके अमृतानुभव नामक एक छोटे ग्रंथ में विशद रूप से प्रतिपादित है।
- ज्ञानेश्वरी के पश्चात अपने गुरु की प्रेरणा से अपने आध्यात्मिक विचारों को आकार देते हुए एक स्वतंत्र ग्रंथ ‘ अमृतानुभव ‘ की रचना की।
- यह अमृतानुभव किसी के उपदेशों से, देहदंड से, कामोभोग की तृप्ति से अथवा किसी के चरणों में अपने जीवनअस्तित्व को समर्पित करने से प्राप्त नहीं होता।
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