अल-किंदी वाक्य
उच्चारण: [ al-kinedi ]
उदाहरण वाक्य
- अल-किंदी ने बुद्धि के चतुर्मुख विभाग का सिद्धांत स्थापित किया; यह अरस्तू के ' डि एनिमा' में प्राप्य नहीं।
- अल-किंदी ने बुद्धि के चतुर्मुख विभाग का सिद्धांत स्थापित किया; यह अरस्तू के ' डि एनिमा' में प्राप्य नहीं।
- जो ९ वीं और १३ वीं शताब्दियों के बीच कुछ चिकित्सकों के द्वारा लिखे गए थे, जो हैं अल-किंदी (
- अल-किंदी की सर्वाधिक महत्व वाली पुस्तिका ' पाँच मूल तत्वों' पर है जिसमें पदार्थ, रूप, गति, काल एवं विस्तार विषयक पाँच स्थितियों का वर्णन है।
- अल-किंदी का महत्व इस बात में है कि वे ग्रीक दार्शनिकों की मनोवैज्ञानिक सामग्री को संचित एवं विकसित करने वाले पहले मुस्लिम विचारक थे।
- अल-किंदी की सर्वाधिक महत्व वाली पुस्तिका ' पाँच मूल तत्वों' पर है जिसमें पदार्थ, रूप, गति, काल एवं विस्तार विषयक पाँच स्थितियों का वर्णन है।
- अल-किंदी का महत्व इस बात में है कि वे ग्रीक दार्शनिकों की मनोवैज्ञानिक सामग्री को संचित एवं विकसित करने वाले पहले मुस्लिम विचारक थे।
- जहाँ तक बुद्धिवाले सिद्धांत का प्रश्न है, अल फरबी अपने पूर्वाधिकारी अल-किंदी का अनुसरण करते हुए चार प्रकार की बुद्धि की चर्चा करते हैं, यथा, गुप्त अथवा प्रसुप्त बुद्धि (
- हिन्दू अंकों के साथ गणनाओं पर, ८२५ के बारे में लिखी गयी उनकी पुस्तक, साथ ही अल-किंदी (Al-Kindi)का कार्य, पश्चिम में भारतीय गणित और भारतीय अंकों (Indian numerals)के प्रसार में सहायक रहे.शब्द एल्गोरिथम उनके नाम एल्गोरित्मी, के लेटिनीकरण से व्युत्पन्न हुआ है.
- जहाँ तक बुद्धिवाले सिद्धांत का प्रश्न है, अल फरबी अपने पूर्वाधिकारी अल-किंदी का अनुसरण करते हुए चार प्रकार की बुद्धि की चर्चा करते हैं, यथा, गुप्त अथवा प्रसुप्त बुद्धि (Intellect in Habitu), क्रियानिष्ठ बुद्धि (Intellect in Actu), अर्जित बुद्धि (Intellect Acquistus or Adeptus) तथा माध्यम ज्ञान (Intellect in Actu Absolute)
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