अल-बकरा वाक्य
उच्चारण: [ al-bekraa ]
उदाहरण वाक्य
- कुरान की वास्तविक शुरुआत दूसरे सूरा “ अल-बकरा ” से होती है।
- अल-बकरा इसका नाम ही इसीलिए है क्योंकि यह बछड़े के कत्ल से ताल्लुक रखता है।
- आप इनकी आयतों पर विश्वास नहीं करते या कर पाते तो ये आपको दोज़ख की आग मे हमेशा के लिए जलाने की धमकी देते हैं (कुरान-अल-बकरा 24 / 126 / 161 / 162 …
- कौन है जो अल्लाह के सामने उसकी अनुमति के बिना सिफारिश कर सके ” (अल-बकरा: 255) दुसरे स्थान पर फरमाया ” जिस दिन रूह (जिब्रील) और फ़रिश्ते लाइन बना कर खड़े होंगे और कोई न बोलेगा सिवाए वे जिसे अल्लाह बात करने की अनुमति दे और वे ठीक ठीक बात करेगा ” (सूरः नबा, 38) गोया कि सिफारिश करने वाले भी अल्लाह से अनुमति मिलने के बाद सिफारिश करेंगे और जिस व्यक्ति के लिए अल्लाह तआला सिफारिश की अनुमति देगा केवल उसी के लिए सिफारिश की जाऐगी ।