आनन्दबोध वाक्य
उच्चारण: [ aanendebodh ]
उदाहरण वाक्य
- लेकिन वह यहीं तक सीमित नहीं है, अन्यथा वह सौन्दर्य के आनन्दबोध तक सिमट सकती है।
- जिसकी भूमिका सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा, नई-दिल्ली के तत्कालीन प्रधान स्वामी आनन्दबोध सरस्वती ने लिखी थी।
- लेकिन वह यहीं तक सीमित नहीं है, अन्यथा वह सौन्दर्य के आनन्दबोध तक सिमट सकती है।
- प्रसिद्ध आर्य समाजी जनों में स्वामी दयानन्द सरस्वती, स्वामी श्रद्धानन्द, महात्मा हंसराज, लाला लाजपत राय, भाई परमानन्द, पंडित गुरुदत्त, स्वामी आनन्दबोध सरस्वती, स्वामी अछूतानन्द, चौधरी चरण सिंह, पंडित वन्देमातरम रामचन्द्र राव, स्वामी अग्निवेश, बाबा रामदेव आदि आते हैं।