उद्योतकर वाक्य
उच्चारण: [ udeyotekr ]
उदाहरण वाक्य
- आचार्य उद्योतकर ने इसके इक्कीस प्रकार बताए हैं।
- आचार्य उद्योतकर ने इसका संयुक्तिक पल्लवन किया है।
- उद्योतकर के बाद अभाव पदार्थ के सुस्पष्ट वर्णन के प्रयास नैयायिकों ने किए।
- इस वर्गीकरण का निश्चित अर्थ बताने में वास्त्यायन, उद्योतकर आदि असफल रहे हैं।
- इस वर्गीकरण का निश्चित अर्थ बताने में वास्त्यायन, उद्योतकर आदि असफल रहे हैं।
- गौतम के न्यायसूत्र पर वात्स्यायन ने भाष्य लिखा, उस भाष्य पर उद्योतकर ने वार्तिक लिखा।
- उद्योतकर के मत में नि: श्रेयस के दो भेद हैं-अपर नि: श्रेयस तथा परनि: श्रेयस।
- उद्योतकर के काल में नैयायिकों के सामने एक बड़ा प्रश्न था, बौद्ध तार्किकों की आलोचनाओं का जवाब देना।
- उद्योतकर के वार्तिक पर वाचस्पतिमिश्र ने जो टीका लिखी, उसी का नाम ' न्यायवार्तिक / तात्पर्य / टीका ' है।
- * इस संदर्भ में उद्योतकर का यह कथन भी स्मरणीय है कि परमात्मा नित्य ज्ञान का अधिकरण है जबकि जीवात्मा अनित्य ज्ञान का।
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