कण्डाली वाक्य
उच्चारण: [ kendaali ]
उदाहरण वाक्य
- कण्डाली, कनालीछीना तहसील कण्डाली, कनालीछीना तहसील कण्डाली, कनालीछीना तहसील कण्डाली, कनालीछीना तहसील
- कण्डाली, कनालीछीना तहसील में भारत के उत्तराखण्ड राज्य के अन्तर्गत कुमाऊँ मण्डल के पिथोरागढ जिले का एक गाँव है।
- गोबर से शरीर मलो और फिर गरम पानी से धो डालो ऐसा करने से कण्डाली का असर जाता रहेगा।
- कुछ ही देर में देवता की पूजा आरंभ हुई......सभी को तिलक दिया गया, आटे का हलुआ व लोकल घर पर बनी हुई सेव की मदिरा का प्रसाद वितरण हुआ.....अब सभी नाचते गाते चलते हैं करीब २ किमी दूर तक उस कण्डाली वनस्पती के फूल को नष्ट करने.....
- शाम ६-८ बजे तक गुजरात एवं अन्य जगहों से आये भक्तजनों से शानदार, कर्णप्रिय एवं मधुर भजन सुने रात के भोजन के बाद फिर से खूब देर बातें की और तभी द्रौपदी जी ने बताया की कल दिन में वापसी के दौरान धारचूला के ही रिमझिम गावं में होने वाले कण्डाली महोत्सव जरूर देखतें हुवे जाएँ.....ये महोत्सव १२ वर्ष में एक बार मनाया जाता है.......
- हाथ में तांबे के बंठे लेकर पानी के धारे की ओर बढ़्ती महिलायें, सिर पर घास और लकड़ी लाती महिलायें, जंदूरु में अन्न पीसती हुई, उरख्यलू? गंजल से अन्न कूटती औरतें, धान मांड़ते लोग, भोजन में छ्छया, फाणू, झंगोरा, बाड़ी, कण्डाली का साग, भवली, गिंजिड़ी, झुंगरियाल, गैथ, भट्ट, घी से लबालब मंडुवे की रोटी.......
- पहाड़ों में कहीं भी चले जाओ नैसर्गिक सोंदर्य व रोचक गतिविधियों के अलावा बहुत कुछ मिल जाता है मन बहलाने को, इसी माह अक्तूबर में धारचूला, कैलाश में स्थित (जिला पिथोरागढ़) स्वामी नारायण आश्रम में थी......सुबह वहाँ से विदा लेते समय आश्रम की ट्रस्टी एवं अवैतनिक व्यस्थापिका द्रोपदी जी ने कहा-“ जाते हुवे रास्ते में पास ही रिमझिम गावं में चल रहे कण्डाली महोत्सव को भी देखते जाइए, ये बारह वर्षों में एक बार आता है, अब आप लोग किस्मत से आ ही गए हैं तो जरूर देखें......बहुत आनंद आयेगा”
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